Anil Antony Joins BJP: कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और वी मुरलीधरन की मौजूदगी में उन्हें पार्टी में शामिल किया गया।
भाजपा जॉइन करने के बाद अनिल एंटनी ने कहा, ‘आज कई कांग्रेस कार्यकर्ता और नेता मानते हैं कि एक परिवार के लिए काम करना उनका धर्म है, लेकिन मेरा धर्म देश के लिए काम करना है।’
"कांग्रेस के कई नेताओं का मानना है कि उनका कर्तव्य एक विशेष परिवार के लिए काम करना"
---विज्ञापन---◆ बीजेपी में शामिल होने के बाद बोले अनिल एंटनी
Anil Antony | A. K. Antony | #AKAntony pic.twitter.com/5UmwMHWrBD
— News24 (@news24tvchannel) April 6, 2023
जनवरी में छाेड़ दी थी कांग्रेस
अनिल एंटनी केरल में प्रदेश कांग्रेस कमेटी (KPCC) के डिजिटल मीडिया संयोजक थे। उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के राष्ट्रीय समन्वयक का पद भी संभाला था। उन्होंने जनवरी में बीबीसी डॉक्यूमेंट्री का विरोध किया था, जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी।
कांग्रेस के नेता और पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी BJP में शामिल हुए
Anil Antony | #AnilAntony | A. K. Antony | #AKAntony pic.twitter.com/zO3Wd5023k
— News24 (@news24tvchannel) April 6, 2023
24 जनवरी को डॉक्युमेंट्री का किया था विरोध
अनिल 24 जनवरी को अपने ट्वीट में लिखा था कि बीबीसी यूके सरकार का एक प्रायोजित चैनल है और उसका इतिहास भारत को लेकर पूर्वाग्रह का रहा है। बीबीसी और ब्रिटेन के पूर्व विदेश मंत्री जैक स्ट्रॉ के विचारों को भारतीय संस्थानों के विचार से अधिक महत्व देना खतरनाक चलन है। जैक स्ट्रॉ ने ही इराक युद्ध की योजना बनाई थी और अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन ने इराक पर हमला बोल दिया था।
इसके बाद अनिल ने खुलासा किया था कि उन्हें ट्वीट वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ दिया था।
दिल्ली:अनिल एंटोनी बीजेपी में शामिल होने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी.नड्डा से मुलाकात की। pic.twitter.com/nJJqzJsnns
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 6, 2023
गुजरात दंगों पर बनी थी डॉक्यूमेंट्री
दरअसल, बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ में 2002 के गुजरात दंगों के दौरान घटी घटनाओं को दिखाया गया था। गुजरात दंगों के दौरान नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री थे। केंद्र ने डॉक्यूमेंट्री को YouTube और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटा दिया था, इस कदम की विपक्ष ने आलोचना की थी।
और पढ़िए – प्रदेश से जुड़ी अन्य बड़ी ख़बरें यहाँ पढ़ें