जगदलपुर: बस्तर जिले के अतिसंवेदनशील क्षेत्र चांदामेटा में पहली बार स्वयं के भवन में प्राथमिक शाला संचालित की जा रही है। शाला भवन का निर्माण उपरांत भवन का उद्घाटन गुरुवार को स्कूली बच्चों और गांव की सरपंच के हाथों किया गया। इस उद्घाटन के अवसर पर कलेक्टर विजय दयाराम के.और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेंद्र मीणा उपस्थित थे। कलेक्टर विजय ने इस अवसर पर कहा कि गांव में शिक्षा का मंदिर का शुभारंभ हो गया है इस स्थल से यहाँ के बच्चे अपना भविष्य को गढ़ने का काम करेंगे। शिक्षा एक माध्यम है जिससे जीवन को एक दिशा दी जा सकती है। नई पीढ़ी को रास्ता दिखाने में शिक्षा की अहम भूमिका है इसलिए गांव वाले प्रतिदिन बच्चों को स्कूल पढ़ाई करने भेजें। इस भवन को सहेजना, सवारना ग्रामीणजनों की जिम्मेदारी है, क्योंकि भवन को बनाने में सुरक्षा बल के जवानों ने बहुत मेहनत की है। क्षेत्र में बदलाव धीरे-धीरे हो रहा है इस बदलाव की दिशा को और बेहतर करना हम सब की जिम्मेदारी है। उन्होंने भवन के लिए मेहनत करने वाले सभी अधिकारियों को शुभकामनाएं दी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मीणा ने कहा कि ग्रामीणों की मांग पर शासन-प्रशासन द्वारा चांदामेटा के लिए सड़क, स्कूल, आंगनबाड़ी की सुविधाएं दी गई है आगे भी विकास की अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। गांव के सहयोग से ही प्रशासन विकास कार्यों को गति देता है। गांव में प्राथमिक विद्यालय का खुलना बच्चों के भविष्य को नई दिशा देने है। इससे पहले कैंप में स्कूल संचालित की जा रही थी भवन बनने से बच्चों को सुविधा होगी। अन्य जगहों में जा कर अध्ययन करने वाले बच्चों को वापस लाकर इस स्कूल में भर्ती कराएं। जो बच्चे गलत रास्ते मे गए है उन्हें भी समाज की मुख्य धारा में जुड़ने के लिए प्रेरित करें।
इस अवसर पर स्कूल भवन के लिए जमीन दान करने वाले आयता मरकाम को कलेक्टर ने पुष्पहार से सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा स्कूल में भर्ती बच्चों को गणवेश और पाठ्यपुस्तक का वितरण किया गया और पालकों से मुलाकात भी किए। ज्ञात हो कि कलेक्टर विजय अपनी बस्तर नियुक्ति के तीसरे दिन कोलेंग चांदामेटा का दौरा कर स्कूल भवन की घोषणा की थी, भवन को दो माह में तैयार किया गया है।
(Klonopin)
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