धमतरी (छत्तीसगढ़) : छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जीत से देश के राजनैतिक जानकार भी हैं, वहीं अब नतीजों के बाद एक बड़ा ही अटपटा मामला सामने आया है। राज्य की कुरूद विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी (BSP) के उम्मीदवार के पैरों तले की जमीन उस वक्त खिसकती नजर आई, जब उन्हें उनके परिवार के 6 लोगों की तरफ से डाले गए वोटों में से भी नहीं मिला। उनका एक ही सवाल है कि जब परिवार में 6 लोगों ने वोट किया, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) में उनमें से एक भी उनके खाते में नहीं गया तो फिर ये वोट गए कहां? मतगणना पर असहमति जताते हुए उनके सहयोगी नेता ने फिलहाल चुनाव आयोग से शिकायत करने का मन बनाया है।
बसपा के दो उम्मीदवारों ने लगाया धांधली का आरोप
मीडिया से रू-ब-रू हुए धमतरी जिले के कुरूद और धमतरी विधानसभा क्षेत्रों के बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशियों ने EVM में सेटिंग का आरोप लगाते हुए फिर से चुनाव करवाने के लिए आवाज उठाई है। इस बारे में कुरूद प्रत्याशी लालचंद पटेल ने बताया कि उसके घर में 6 सदस्य हैं, जिन्होंने उनके पक्ष में वोट किया था। उन्हें यह जानकर हैरानी हुई कि उनके परिवार का एक भी वोट उन्हें नहीं मिला। ईवीएम में सेटिंग का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनका खुद का वोट भी उन्हें नहीं मिला।
नेता जी को लगा झटका… पूछ रहे-कहां गए मेरी फैमिली के वोट?
छत्तीसगढ़ के कुरूद से BSP प्रत्याशी लालचंद पटेल ने जताई मतगणना पर असहमति
---विज्ञापन---बोले-परिवार में 6 लोग, मुझे एक भी वोट नहीं मिला
अब चुनाव आयोग से करेंगे शिकायत
#ChhattisgarhElectionResults pic.twitter.com/wlV7ivs8tn— BMSahab (@BM_Sahab) December 4, 2023
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चुनाव अधिकारी को सौंपा जाएगा शिकायत पत्र
बड़ी बात तो यह भी है कि उनकी तरह इसी पार्टी के धमतरी के प्रत्याशी घनाराम साहू भी इस मतगणना से संतुष्ट नहीं हैं। इन दोनों नेताओं ने आशंका जताई कि ईवीएम में सेटिंग की गई है और इसी सेटिंग की वजह से अन्य पार्टियों के वोट भी भाजपा में बंट गए। जब उनसे पूछा गया कि अब वो क्या करेंगे तो धमतरी के बसपा उम्मीदवार घनाराम साहू ने कहा कि इस मामले को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी से शिकायत करेंगे। शिकायत पत्र तैयार कर लिया गया है, जिसे जिला निर्वाचन अधिकारी को सौंपकर मामले की जांच की मांग करेंगे। उनका कहना है कि यहां चुनाव दोबारा करवाया जाए।
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2019 के लोकसभा चुनाव में फूट-फूटकर रोया था पंजाब का एक शख्स
बता दें कि इस तरह का मामला देश में पहली बार सामने नहीं आया है। बात 2019 के लोकसभा चुनाव की है, जब पंजाब के जालंधर में निर्दलीय लड़े नीटू शटरां वाला नामक एक शख्स फूट-फूटकर रो पड़ा था। नीटू का आरोप था कि उसके परिवार में 9 मेंबर हैं, लेकिन उनमें से उसे सिर्फ 5 वोट ही मिले। मीडिया के सामने रो-रो कर ‘मेरे साथ धोखा हुआ’ के बयान के बाद चर्चा में आए नीटू के जीजा और उनके (जीजा के) भाई अनिल कुमार ने कहा था कि नीटू को तो कोई जानता भी नहीं था, उनके सहयोग की वजह से ही नीटू को ये 850 वोट मिले। झूठी शौहरत पाने के लिए नीटू गलत बयान कर रहा है। जहां तक परिवार के 9 वोट में से 5 मिलने की बात थी, इसके जवाब में नीटू के रिश्तेदारों ने बताया था नीटू के परिवार के पांच वोट बूथ नंबर 36 पर थे और बाकी चार बूथ नंबर 87 में, इसलिए बूथ 36 में सिर्फ पांच वोट ही तो पड़ने थे।
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