ED Raid Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ महादेव सट्टा ऐप मामले में बुधवार को ईडी ने बड़ा खुलासा किया। ईडी के अनुसार एएसआई चंद्रभूषण वर्मा लाइजनर का काम कर रहा था। इतना ही वह नेताओं को प्रोटेक्शन मनी भी दे रहा था। ईडी ने बताया कि जांच में 65 करोड़ रुपए की नगदी मिली है। जिसे चंद्रभूषण ने लिया था। उसने इन पैसों का उपयोग पुलिस अफसरों और नेताओं को रिश्वत देने में किया था।
ईडी ने इस मामले में पीएमएलए एक्ट के तहत एएसआई चंद्रभूषण वर्मा, हवाला कारोबारी अनिल और सुनिल दम्मानी को अरेस्ट किया है। बुधवार को ईडी ने इन्हें कोर्ट में पेश कर 6 दिन की रिमांड मांगी। जो कोर्ट ने दे दी। मामले में ईडी ने पहली बार प्रेस रिलीज जारी कर कई खुलासे किए। ईडी के अधिकारियों की मानें तो इस मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस की ओर से दर्ज की एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की। मामले में विशाखापटट्नम पुलिस की ओर से भी एफआईआर दर्ज की गई है। इसके साथ ही ईडी ने दूसरे राज्यों से भी रिकाॅर्ड लिया है।
दुबई से होता है ऐप का संचालन
ईडी से मिली जानकारी के अनुसार महादेव ऐप ऑनलाइन बुक पोकर, कार्ड गेम, चांस गेम, क्रिकेट, बैडमिंटन, फुटबाॅल जैसे गेम में अवैध सट्टेबाजी के लिए आॅनलाइन प्लेटफाॅर्म मुहैया करवाती थी। ईडी ने बताया कि भिलाई के सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल इस ऑनलाइन ऐप के मेन प्रमोटर्स हैं और दुबई से इस ऐप का चलाते थे। बता दें कि एजेंसी ने बुधवार को रायपुर और दुर्ग में सीएम बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा और दो ओएसडी के ठिकानों पर छापे मारे थे।