रायगढ़: शहर में डेंगू के बढ़ते मामलों की रोकथाम के लिए कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के नेतृत्व में युद्धस्तर पर अभियान शुरू किया गया है। लगभग 750 लोगों को डोर टू डोर सर्वे और साफ-सफाई के काम में लगाया गया है। इसी के संबंध में कलेक्टर सिन्हा ने प्रशासन के सभी विभागों के साथ सिविल सोसाइटी के स्टेक होल्डर्स की महत्वपूर्ण बैठक ली। उन्होंने कहा कि शहरवासियों का स्वास्थ्य सर्वोच्च प्राथमिकता है। डेंगू की रोकथाम के लिए पूरी क्षमता से काम करना है।
पर्याप्त मात्रा में दवाइयां और बेड उपलब्ध
बता दें कि डेंगू के बढ़ते मामलों को देखते हुए कलेक्टर सिन्हा ने सभी विभागों को अलर्ट पर रखा है। डेंगू के लिए सर्वे के साथ जन-जागरूकता अभियान, दवा का छिड़काव जैसे काम पूरी क्षमता से किया जाना है। सिन्हा ने कहा कि डेंगू से निपटने के लिए संसाधनों की कहीं कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। हमारे पास पर्याप्त मात्रा में दवाइयां और अस्पतालों में बेड है। निजी अस्पतालों को समुचित व्यवस्था के लिए निर्देशित किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि हम सब ने मिलकर कोरोना पर विजय पाई है, उसी भावना के साथ काम करें तो डेंगू से जल्द निपटा जा सकता है। उन्होंने बताया कि नगर निगम के सभी 48 वार्डों के लिए टीमें गठित की गई हैं। जिला स्तरीय अधिकारियों को मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने कहा कि अफवाहों से बचें, साथ ही बताया कि जिला प्रशासन ने उपचार के संबंध में पर्याप्त प्रबंध किए हैं।
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प्रशासनिक मशीनरी को किया गया अलर्ट
शहर में डेंगू को नियंत्रण में लाने के लिए पूरी प्रशासनिक मशीनरी को अलर्ट और एक्टिवेट कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से डेंगू सर्वे के लिए 180 मितानिन, 160 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, 13 एएनएम और 42 सुपरवाइजर को घर-घर सर्वे और जागरुकता अभियान में लगाया गया है। वहीं, आयुक्त नगर निगम सुनील चंद्रवंशी ने बताया कि नगर निगम की ओर से करीब 400 लोगों की टीम साफ-सफाई में लगे हुए हैं। 24 टीम दवाओं का स्प्रे तथा पाउडर छिड़काव में लगी है। वहीं, 8 टीमें फॉगिंग के लिए तैनात की गई हैं। नगर निगम के 22 अधिकारियों को सारी व्यवस्था के देख-रेख का जिम्मा दिया गया है। कचरा उठाव के लिए नगर निगम की पूरी मशीनरी को लगाया गया है। वहीं, सभी वार्डों के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों को नोडल बनाया गया है, साथ ही अन्य विभागों के कर्मचारियों की भी ड्यूटी लगाई गई है।
कलेक्टर सिन्हा ने मरीजों के जांच और उपचार को लेकर पुख्ता इंतजाम के निर्देश दिए हुए हैं। जिला अस्पताल में डेंगू के लिए एक आइसोलेटेड वार्ड तैयार किया गया है। वहीं मेडिकल कॉलेज और शहर के निजी अस्पतालों को भी अलर्ट पर रखा गया है। जिससे मरीजों को त्वरित और बेहतर उपचार मिल सके। डेंगू मरीजों को चिकित्सकीय सलाह के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है।
जारी हेल्पलाइन नंबर
चिकित्सकीय सलाह हेतु जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. टी.जी.कुलवेदी मो. नं. 94255-75680, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. बी.पी.पटेल मो.नं. 88392-68592, डॉ. पी.के.गुप्ता मो. नं.94252-52730, डॉ. प्रकाश चेतवानी मो.नं. 97526-14877 की ड्यूटी लगाई गई है। वहीं, डेंगू प्रबंधन के लिए जिला कार्यक्रम प्रबंधक रंजना पैंकरा मो.नं. 79877-01654, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक पी.डी.बस्तिया मो.नं. 75870-71775 से संपर्क कर सकते हैं।
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