Chhattisgarh Monsoon Session 2024: छत्तीसगढ़ विधनासभा में इन दिनों मॉनसून सत्र चल रहा है, आज इस सत्र का पांचवा दिन है। आज विधानसभा में ध्यानाकर्षण के जरिए प्रदेश में फैल रहे मलेरिया- डायरिया का मुद्दा उठा। भाजपा विधायक मोतीलाल साहू ने सदन में बताया कि प्रदेश के कई जिलों में मलेरिया और डायरिया फैल रहा है। उन्होंने आगे सरकार से सवाल किया कि इसके रोकथाम के लिए क्या-क्या कदम उठाएं जा रहे हैं। इस सवाल का जवाब देते हुए प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि सरकार मलेरिया और डायरिया के रोकथाम के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
आज मेरे लिए विशेष और भावुक पल है स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल #HealthMinister #ShyamBihariJaiswal #chhattisgarh #vidhansabha #politics pic.twitter.com/cabWfHyEoj
— Khabar Chalisa (@KhabarChalisa) July 24, 2024
1000 से ज्यादा रैपिड टेस्ट टीम
सदन में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश के बस्तर, बीजापुर और बलरामपुर के क्षेत्रों से मलेरिया और डायरिया के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। इसलिए सरकार इन क्षेत्रों में मलेरिया को रोकने के लिए लोगों की ज्यादा से ज्यादा संख्या में ब्लड टेस्ट करवाए जा रहे हैं। इसके अलावा मरीजों को वक्त पर दवाइयां भी दी जा रही है। विभाग द्वारा इसके लिए रैपिड टेस्ट टीम बनाई गई है। इस तरह की 1000 से ज्यादा टीम बनाई गई हैं। प्रदेश में मलेरिया रोकने के लिए संयुक्त रूप से काम किया जा रहा है।
यह भी पढ़ें: महासमुंद कलेक्टर ने कृषि, पशुपालन और मछलीपालन विभाग की बुलाई बैठक, अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
डायरिया की वजह से एक भी मौत नहीं
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि इसके अलावा 6 विभागों के साथ कॉर्डिनेटर कर अभियान में काम किया जा रहा है। आज पूरे प्रदेश में कहीं भी ऐसी स्थिति नहीं है कि मलेरिया और डायरिया के मामले कंट्रोल से बाहर हो। पूरे प्रदेश में डायरिया की वजह से इस साल एक भी मौत नहीं हुई है। हालांकि मलेरिया से मौते हुई है, इसके कंट्रोल के लिए ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में मच्छरदानी बांटी गई है। साथ ही फॉगिंग कर रहे हैं। इसके अलावा लोगों को जागरुक कर टेस्ट करवा जा रहे हैं।