रायपुर: छत्तीसगढ़ के कई शहरों में डेंगू तेजी से फैल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार प्रदेश में अब तक डेंगू के 800 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं। जिसमें सबसे ज्यादा रायगढ़, दुर्ग-भिलाई और बिलासपुर शहरों से डेंगू के मरीज सामने आ रहे हैं। वहीं, एक मरीज की मौत भी हो चुकी है।
जल भराव के कारण पनपते हैं मच्छर
डेंगू-मलेरिया की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम हर साल 10 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करते हैं। लेकिन इसके बावजूद भी मच्छरों से निजात नहीं मिल पा रही है। दरअसल, बारिश के मौसम में डेंगू के मरीज ज्यादा मिलते हैं, क्योंकि बारिश में जल भराव के कारण ही डेंगू के मच्छर पनपते हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक जुलाई से लेकर नवंबर के मध्य डेंगू के मरीज मिलने की संभावना ज्यादा रहती है।
लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या
प्रदेश के अस्पतालों में दिन-प्रतिदिन डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। रायपुर के अंबेडकर अस्पताल में अभी दो दर्जन से अधिक मरीज भर्ती हैं। इसमें से कुछ पॉजिटिव भी हैं। वहीं, रायगढ़ जिले में डेंगू के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को 30 नए मरीजों की पहचान की गई है। वहीं, गुरुवार को 35 मरीज मिले थे। जिले में अब तक 500 से ज्यादा मरीजों के मिलने से जिला प्रशासन के साथ ही स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है।
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तैयारियों में जुटा प्रशासन
नगर निगम के 48 वार्डों में 750 कर्मचारियों को डेंगू से निपटने के लिए मैदान में उतारा गया है। निगम के सभी जोनों को जोन कमिश्नरों को वार्डों में मच्छरों से बचाव के लिए एंटी लार्वा और फॉगिंग कराने को कहा गया है। जहां साफ पानी जमा होता है, वहां विशेष रूप से अभियान चलाने को कहा गया है। मौसमी बीमारियों से बचाव और इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश सभी सीएमएचओ को जारी किए गए हैं। साथ ही सीएमएचओ को नगर निगम के सहयोग से एंटी लार्वा का छिड़काव कराने को कहा गया है। इसके अलावा स्वास्थ्य अमले की टीम बनाकर घर-घर जाकर लोगों की जांच करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
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