Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने देश के सभी मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी है। दरअसल राज्य में पहली बार राष्ट्रीय रामायण महोत्सव होने जा रहा है। इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं। इस आयोजन में सभी राज्यों के सीएम को शामिल होने का न्यौता दिया गया है। राष्ट्रीय रामायण महोत्सव 1 जून से 3 जून तक छत्तीसगढ़ के रायगढ़ रामलीला मैदान पर होगा। मुख्यमंत्री भुपेश बघेल ने अपने पत्र में लिखा है कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की भागीदारी से इस राष्ट्रीय रामायण महोत्सव की भव्यता एवं गरिमा और बढ़ेगी।
सीएम बघेल ने पत्र में लिखा है कि राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के अंतर्गत प्रतियोगी कार्यक्रम होंगे, जिसमें प्रस्तुत की जाने वाली नृत्य नाटिका का विषय महाकाव्य रामायण के अरण्य-कांड पर आधारित होगा। छत्तीसगढ़ की कला और संस्कृति की नगरी रायगढ़ के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री बघेल ने पत्र में लिखा है कि छत्तीसगढ़ राज्य धार्मिक व सांस्कृतिक विरासतों से समृद्ध एक ऐसा प्रदेश है। जिसका श्री राम, माता कौशल्या व उनके जीवन चरित्र पर आधारित महाकाव्य रामायण से बहुत गहरा संबंध है।
सीएम ने कहा कि हमारे राज्य को राम की माता कौशल्या की जन्मभूमि होने का विशेष गौरव प्राप्त है। माता कौशल्या का जन्म तत्कालीन दक्षिण कोसल में हुआ था, जो वर्तमान छत्तीसगढ़ में है। माता कौशल्या को उनके उदार भाव, उनके ज्ञान व श्री राम के प्रति उनके वात्सल्य भाव के लिये जाना जाता है, यही कारण है कि उन्हें मातृत्व भाव के प्रतीक के रूप में कई स्थानों पर पूजा जाता है।
सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ एक मात्र ऐसा राज्य है जहां माता कौशल्या की मंदिर स्थापित है। यह मंदिर रायपुर जिले में चन्द्रखुरी नामक स्थान पर स्थित है। उन्होंने कहा कि कि आपके राज्य से रामायण ‘झांकी प्रदर्शन‘ समूह के प्रतिनिधि मंडल को आमंत्रित करते हुए हमें अत्यंत हर्ष का अनुभव हो रहा है।