Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में जिन सीटों पर मतदान हो चुका है, वहां पर स्ट्रांग रूम की रखवाली और EVM मशीनों की देखभाल के लिए बड़ी संख्या में लोगों की तैनाती है. इसमें पुलिसकर्मी, पार्टियों के कार्यकर्ता शामिल हैं लेकिन इसी बीच समस्तीपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां सरायरंजन विधानसभा के शितलपट्टी गांव के पास हजारों वीवीपैट की पर्चियां कूड़े में फेंकी पाई गईं.
राष्ट्र्रीय जनता दल के सोशल मीडिया अकाउंट से इसका एक वीडियो भी शेयर किया गया है और आरोप लगाया गया है कि वीडियो समस्तीपुर के सरायरंजन विधानसभा का है. वीडियो शेयर करते हुए राजद की तरफ से लिखा गया है कि समस्तीपुर के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के KSR कॉलेज के पास सड़क पर भारी संख्या में EVM से निकलने वाली VVPAT पर्चियां फेंकी हुई मिली. कब, कैसे, क्यों किसके इशारे पर इन पर्चियों को फेंका गया? क्या चोर आयोग इसका जवाब देगा? क्या यह सब बाहर से आकर बिहार में डेरा डाले लोकतंत्र के डकैत के निर्देश पर हो रहा है.
बता दें कि 6 नवंबर को इस विधानसभा सीट पर वोटिंग हुई थी. वोटिंग के दो दिन बाद ही शीतलपट्टी गांव में वीवीपैट से निकली वोटिंग की पर्चियां कूड़े में पायीं गईं हैं. इसके जरिए अब चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किए गए हैं. इसको लेकर जब विवाद बढ़ा तो जिले के डीएम और एसपी भी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच की बात कही है.
मामले को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि समस्तीपुर के डीएम को मौके पर जाकर जांच करने का निर्देश दिया गया है. ये मॉक पोल की वीवीपैट पर्चियां हैं, इसलिए मतदान प्रक्रिया की शुचिता बरकरार है. डीएम ने चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को भी सूचित कर दिया है. हालांकि संबंधित एआरओ को लापरवाही के लिए निलंबित किया जा रहा है और एफआईआर दर्ज की जा रही है.
समस्तीपुर के डीएम रोशन कुशवाहा ने कहा, “सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत डिस्पैच सेंटर के पास हमें कुछ पर्चियां मिलीं. मैं अन्य अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचा और उम्मीदवारों की मौजूदगी में हमने उन पर्चियों को अपने कब्जे में ले लिया. इस मामले में एफआईआर दर्ज की जा रही है. इस मामले में लापरवाही बरतने वाले दो अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जाँच और निलंबन की अनुशंसा की गई है.”










