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बिहार

बिहार में 35 लाख से अधिक मतदाता हो जाएंगे बाहर, SIR को लेकर आया बड़ा अपडेट

Bihar Special Intensive Revision Updates: बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान (SIR) के तहत 83 फीसदी मतदाताओं ने गणना फॉर्म जमा कर दिए गए हैं। इसके तहत लोगों से नाम, पता, जन्मतिथि सहित अन्य विवरण मांगे गए थे। चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार, एसआईआर का उद्देश्य मतदाता सूची को सही करना है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि इसमें प्रवास, मृत्यु और डुप्लिकेट पंजीकरण जैसी वर्तमान वास्तविकताएं शामिल हों।

Author Written By: News24 हिंदी Author Edited By : Satyadev Kumar Updated: Jul 14, 2025 22:11
Bihar SIR, Bihar Election 2025, Election Commission।
बिहार SIR में 6.60 करोड़ फॉर्म जमा,1 अगस्त को प्रकाशित होगी ड्राफ्ट मतदाता सूची।

चुनाव आयोग ने सोमवार को बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर बड़ा अपडेट जारी किया है। आयोग ने बताया है कि लगभग सभी मतदाताओं के साथ सीधा संपर्क स्थापित कर उनके पास गणना-फार्म (EF) पहुंचाया जा चुका है और लगभग 88.18  प्रतिशत मतदाता अपने गणना फॉर्म जमा कर चुके हैं। मौजूदा आंकड़ों के मुताबिक, इस प्रक्रिया के बाद बिहार की मतदाता सूची से 35 लाख से ज्यादा वोटर्स का नाम सूची से बाहर हो सकता है। मतदाताओं के पास 25 जुलाई तक अपने फॉर्म जमा करने का समय है, जिसके बाद मतदाता सूची का ड्राफ्ट प्रकाशित किया जाएगा। हालांकि, अभी 11.82 लोगों के फार्म जमा होने अभी बाकी है। इसके लिए अभी 11 दिन का समय बाकी है।

चुनाव आयोग ने दी ये जानकारी

बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान जारी है। चुनाव आयोग के मुताबिक, राज्य के कुल 7,89,69,844 मतदाताओं में से 6,60,67,208 यानी 83.66% मतदाताओं के एन्यूमरेशन फॉर्म (EFs) एकत्र किए जा चुके हैं। इस प्रक्रिया की अंतिम घड़ी में 11 दिन बचे हैं और चुनाव आयोग पूरी ताकत झोंक रहा है।

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मतदाता सूची से हट जाएंगे 35 लाख से ज्यादा नाम

दो चरणों की डोर-टू-डोर कवायद के बाद अब तीसरा राउंड शुरू होने वाला है। चुनाव आयोग ने ताजा आंकड़े जारी किए हैं उनसे पता चलता है कि 1.59 प्रतिशत मतदाता, यानी 12.5 लाख मतदाता की मौत ही चुकी है, लेकिन उनके नाम सूची में बने हुए हैं। 2.2 प्रतिशत यानी 17.5 लाख मतदाता स्थायी रूप से बिहार से बाहर चले गए हैं और अब राज्य में मतदान के पात्र नहीं हैं। 0.73 प्रतिशत यानी लगभग 5.5 लाख मतदाता दो बार पंजीकृत पाए गए हैं। इन डेटा के विश्लेषण से विपक्षी दलों ने अनुमान लगाया है कि लगभग 35.5 लाख मौजूदा मतदाताओं के नाम बिहार की मतदाता सूची से हटा दिए जाएंगे। यानी कुल 88.18% मतदाताओं की स्थिति अब तक स्पष्ट है, जबकि 11.82% अभी भी फॉर्म जमा करने से वंचित हैं।

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ECINet बना भरोसे का प्लेटफॉर्म

चुनाव आयोग द्वारा विकसित किया गया ECINet प्लेटफॉर्म इस बार SIR की रीढ़ साबित हो रहा है। अब तक 5.74 करोड़ से अधिक फॉर्म इसी के माध्यम से अपलोड हो चुके हैं। ECINet को पहले की 40 चुनावी ऐप्स को समाहित कर एकीकृत किया गया है। अब ऑनलाइन फॉर्म भरने, नाम खोजने और दस्तावेज सत्यापन के लिए इसका उपयोग हो रहा है।

तीसरे चरण की तैयारी: BLO और BLA मैदान में

अब तीसरे चरण में लगभग 1 लाख BLOs एक बार फिर घर-घर जाएंगे। साथ ही सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों द्वारा नियुक्त 1.5 लाख बूथ लेवल एजेंट (BLAs) भी पूरी ताकत से लगे हुए हैं। प्रत्येक BLA प्रतिदिन 50 EFs तक जमा और प्रमाणित कर सकता है।

शहरी क्षेत्रों और प्रवासी मतदाताओं पर विशेष ध्यान

261 नगर निकायों के 5,683 वार्डों में विशेष कैंप लगाए जा रहे हैं ताकि कोई भी पात्र शहरी मतदाता सूची से बाहर न रहे। वहीं, राज्य से बाहर गए प्रवासी मतदाताओं के लिए अखबारों, सोशल मीडिया, सीधा संपर्क और WhatsApp जैसे ऑनलाइन माध्यमों से जानकारी दी जा रही है ताकि वे ECINet ऐप या पोर्टल के जरिए समय पर फॉर्म भर सकें।

प्रवासी मतदाताओं के लिए पहल

जो मतदाता फिलहाल बिहार से बाहर हैं, उनके लिए भी अखबारों, सोशल मीडिया और सीधी संपर्क मुहिम चलाई जा रही है। वे अपने फॉर्म ECINet ऐप, वेबसाइट https://voters.eci.gov.in, या अपने परिवार के सदस्यों के माध्यम से WhatsApp जैसे ऑनलाइन माध्यमों से भी भेज सकते हैं।

First published on: Jul 14, 2025 09:50 PM

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