Saran Violence Case (अमिताभ ओझा) : बिहार के सारण में पांचवें चरण की वोटिंग के दौरान हुए हंगामे और अगले दिन हुई गोलीबारी मामले में तीन अलग-अलग मुकदमा दर्ज किया गया है। दो मामले में आरजेडी उम्मीदवार और लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। एक एफआईआर स्थानीय अधिवक्ता ने दर्ज कराई है तो दूसरी सीओ ने। इससे रोहिणी आचार्य की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
सीओ कुमारी आंचल ने रोहिणी आचार्य पर सरकारी काम और पोलिंग बूथ पर बाधा डालने का आरोप लगाया है, जबकि अधिवक्ता मनोज कुमार सिंह की तहरीर पर लालू की बेटी और भोला यादव समेत आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं, सारण में तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए इंटरनेट सेवा पर पाबंदी 25 मई तक बढ़ा दी गई है।
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रोहिणी आचार्य के आने पर हुआ विवाद
बिहार की सारण लोकसभा सीट पर 20 मई को वोट डाले गए थे। इस दौरान पोलिंग बूथ नंबर 318 और 319 पर आरजेडी उम्मीदवार रोहिणी आचार्य के आने के बाद विवाद हो गया। अगले दिन भी दो पक्ष आपस में भीड़ गए और गोलीबारी में एक युवक की जान चली गई, जबकि दो घायल हो गए। इस मामले में पुलिस ने स्थानीय भाजपा नेता रमाकांत सिंह और उनके भतीजे राम प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
समर्थकों ने एक व्यक्ति को जमकर पीटा
दूसरी तरफ सारण के टाउन थाना में एक और एफआईआर दर्ज कराई गई। अधिवक्ता ने अपनी शिकायत में बताया कि रोहिणी आचार्य ने मतदान केंद्र पर पहुंचकर फर्जी मतदान करने का दबाव बनाया था। उनके साथ पूर्व एमएलए और आरजेडी नेता भोला यादव एवं 50 से अधिक लोग मौजूद थे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि रोहिणी आचार्य और उनके समर्थकों ने गालियां दीं और एक व्यक्ति की जमकर पिटाई की।
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सारण हिंसा मामले में 3 एफआईआर दर्ज
सारण के एसपी गौरव मंगला ने बताया कि हिंसा मामले में अधिवक्ता मनोज कुमार सिंह, मृतक के पिता और पुलिस की शिकायत पर अबतक तीन एफआईआर दर्ज की गई है। गोलीबारी मामले में भाजपा नेता रमाकांत सिंह और राम प्रताप सिंह को जेल भेज दिया गया है। महाराजगंज में 25 मई को वोटिंग है, इसलिए इंटनेट सेवा शनिवार तक बंद रहेगी।