मुजफ्फरपुर से मुकुल कुमार की रिपोर्ट: आज बिहार सहित देशभर में गणतंत्र दिवस और सरस्वती पूजा को एक साथ मनाया जा रहा है। 2016 के बाद 2023 में दूसरी बार ऐसा हुआ है कि सरस्वती पूजा और गणतंत्र दिवस दोनों एक ही दिन मनाए जा रहे है।
सरस्वती पंडाल पर गणतंत्र दिवस की दिखी छाप
मुजफ्फरपुर में कई जगह सरस्वती पूजा पंडाल पर गणतंत्र दिवस की छाप दिखी। पूजा पंडालों को कहीं गुब्बारे से तिरंगे का रूप दिया गया तो कहीं पंडाल के बगल में ही तिरंगा फहराया गया। जब-जब ऐसा संयोग बनता है लोग इस मौके का फायदा उठाने से नहीं चूकते। (Republic Day 2023) 2016 में जब ऐसा ही हुआ था तब सकरा के मछही गांव के छात्रों ने भारत का नक्शा बनाकर उसके बीच मां सरस्वती की प्रतिमा को स्थापित किया था। भारत माता के ऊपर एक ओर जवान तो दूसरी तरफ किसान खड़ा है, ऐसा रूप दिया गया था।
अमरख पुस्तकालय पर दिखी तिरंगे की सजावट
इस साल पुनः दोनों पर्व एक ही दिन मनाने का मौका मिला है। कुढ़नी के अमरख गांव के प्रभात पुस्तकालय पर मां सरस्वती के पंडाल को बैलून से तिरंगे का शक्ल देकर सजाया गया है। अगल-बगल के कई गांव के लोग इस पंडाल को देखने आ रहे हैं।
क्या कहते हैं ग्रामीण
अमरख पुस्तकालय के संस्थापक संरक्षक संत राज बिहारी कहते हैं कि शिक्षा (Republic Day 2023) और देशभक्ति दोनों आपस में जुड़े हुए हैं। हमरा समाज शिक्षित होगा तभी देशभक्ति की भावना जागृत होगी। अब ऐसा मौका तो कम ही मिलता है कि सरस्वती पूजा और गणतंत्र दिवस दोनो एक ही दिन आ जाए। हम लोगों को जब भी ऐसा मौका मिलता है तब हम लोग दोनों चीजों को एक साथ कर यह संदेश देना चाहते हैं कि बिन शिक्षा जज्बा और जज्बात मजबूत नहीं हो सकते।
सकरा के प्रियांक का कहना है की भारत एक कृषि प्रधान देश है, हमने पिछली बार अपने पूजा में जय जवान जय किसान का नारा दर्शाते हुए अपना प्रदर्शन रखा था।