Bihar Assembly Election 2025 : बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कस ली। वरिष्ठ नेता जमीनी स्तर पर पार्टी की स्थिति का मूल्यांकन कर रहे हैं। चुनाव में एनडीए के साथ राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) का गठबंधन होगा या नहीं? इसे लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने बड़ा बयान दिया।
चिराग पासवान के चाचा और रालोजपा के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने एनडीए से गठबंधन पर कहा कि वे नहीं चाहते हैं कि 2025 का चुनाव 2024 की तरह हो। उनकी पार्टी के 5 सांसद थे और 2024 के लोकसभा चुनाव में सभी के टिकट काट दिए गए। टिकट काटने के पीछे क्या कारण था, इसके बारे में कुछ पता नहीं है। उनके सांसदों पर कोई आरोप-प्रत्यारोप नहीं था। बिहार से गलत रिपोर्ट हाईकमान को भेजी गई थी।
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#WATCH | Patna, Bihar: Rashtriya Lok Janshakti Party (RLJP) national president and former Union minister Pashupati Kumar Paras says, “…In the 2014 elections, the tickets of five leaders of my party were cut and I do not know what was the reason behind it… Our party did not… pic.twitter.com/QA6YBcWCnD
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) September 29, 2024
उनकी पार्टी को नहीं मिला न्याय : पशुपति पारस
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी के साथ न्याय नहीं हुआ, बल्कि उनकी पार्टी दलित की पार्टी है। दलित के सांसद होने के बाद उनके साथ न्याय नहीं हुआ, लेकिन उन्होंने राष्ट्र हित में नरेंद्र मोदी की तीसरी बार सरकार बनाने का समर्थन किया। उन्होंने व्यक्तिगत और पार्टी हित को दरकिनार कर एनडीए का साथ दिया।
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‘…बैठक के बाद अगला कदम तय होगा’
पशुपति कुमार पारस ने आगे कहा कि 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने एनडीए सरकार से कहा है कि उनकी पार्टी से जीतने योग्य उम्मीदवारों को टिकट दिया जाए। उनकी पहली पसंद एनडीए गठबंधन के साथ रहना है। वे आज भी नरेंद्र मोदी का अपना नेता मानते हैं। अगर रालोजपा को मनचाही सीटें नहीं मिलीं तो पार्टी की बैठक के बाद अगला कदम तय किया जाएगा। अगर सम्मानजनक सीटें नहीं मिलेंगी तो फिर उस परिस्थिति को देखा जाएगा।