बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसके मद्देनजर दिल्ली के नेताओं का दौरा शुरू हो गया है. कांग्रेस-बीजेपी दोनों पार्टी के नेता लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं. इसी बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 13 सितंबर को पटना पहुंचे थे. यहां उन्होंने नेताओं के साथ बैठक की और चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की है. हालांकि जेपी नड्डा और नीतीश कुमार के बीच मुलाकात नहीं हो पाई है. इसके पीछे की वजह भी सामने आई है.
पटना में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बी.एल. संतोष के नेतृत्व में भाजपा नेताओं और मंत्रियों के साथ एक कोर कमेटी की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक को लेकर बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि नड्डा ने बिहार में एनडीए सरकार के प्रदर्शन पर संतोष व्यक्त किया और कहा कि इससे मतदाताओं के बीच सकारात्मक संदेश गया है. उन्होंने कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति बनाने वाली बैठक में विधानसभा स्तर पर एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन की समीक्षा और बिहार भर में मतदाताओं के साथ प्रभावी ढंग से संवाद करने के तरीकों पर विचार-मंथन किया गया.
मीटिंग को लेकर क्या बोले दिलीप जायसवाल?
दिलीप जायसवाल ने बताया कि बैठक में इस बात पर भी चर्चा की गई कि नेता अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने के लिए अपनी जिम्मेदारियों को कैसे पूरा कर सकते हैं. एनडीए सरकार ने हर समस्या को चिह्नित कर उसका समाधान किया है. इससे बिहार के मतदाताओं के बीच एक अच्छा संदेश गया है. सरकार द्वारा किए गए कार्यों को लेकर क्षेत्रीय स्तर पर एक सूची तैयार की जाएगी और उस क्षेत्र के लोगों को इसकी विस्तृत जानकारी दी जाएगी.
नीतीश कुमार से बिना मिले लौटे जेपी नड्डा
वहीं इस बीच तमाम नेताओं से मुलाकात, बैठक करने के बाद बीजेपी अध्यक्ष पटना से दिल्ली के लिए रवाना हो गए लेकिन उनकी बिहार के सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात नहीं हो पाई. बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार का स्वास्थ्य ठीक नहीं है. पिछले चार दिनों से वह किसी कार्यक्रम में शामिल भी नहीं हुए हैं. इसी वजह से जेपी नड्डा की उनसे मुलाकात नहीं हो सकी है.
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भाजपा नेता सैयद शाहनवाज हुसैन ने कहा है कि हमारे पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हम सबको संदेश दिया है कि हमें एकजुट होकर लड़ना है. पूरे एनडीए के कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर अपना समय देना है और प्रधानमंत्री मोदी जी के आशीर्वाद से हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में अच्छे से चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे. राहुल गांधी की यात्रा में तेजस्वी जी को कोई भाव नहीं दिया गया, इसलिए बेचारे अपनी यात्रा कर रहे हैं. लगता है इसमें कांग्रेसियों को नहीं बुलाया जाएगा.