वैशाली: बिहार के महुआ से देश को शर्मिंदा करने मामला सामने आया है। जहां 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तिरंगा फहराने के लिए कॉलेज प्रिंसिपल और जेडीयू के पूर्व विधायक आपसे में भिड़ गए। मामला इतना बढ़ गया कि हाथापाई की नौबत आ गई। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो महुआ के अक्षयवट राय कॉलेज का बताया रहा है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि कैसे तिरंगा फहराने के लिए जेडीयू के पूर्व विधायक रविंद्र राय ने पहले बहस शुरू हुई फिर मामला हाथापाई तक पहुंच गया।
अक्षयवट राय कॉलेज की घटना
दरअसल, 15 अगस्त के मौके पर आजादी का जश्न मनाने के लिए अक्षयवट राय कॉलेज में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसमें प्रिंसिपल पीएल यादव और जदयू के पूर्व विधायक रविंद्र राय भी मौजूद थे। जब जब कॉलेज के प्रिंसिपल पीएल यादव ने झंडा फहराया तो राष्ट्रगान के बीच जेडीयू के पूर्व विधायक रविंद्र राय और उनके समर्थन हाथापाई पर उतर गए।
राष्ट्रगान के दौरान मारपीट
मामला बढ़ता देख मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने हंगामा शांत कराने की कोशिश की। हाथापाई के बीच ही प्रिंसिपल ने तिरंगा फहराया। फिर जब राष्ट्रगान चल रहा था तब पूर्व एमएलए मारपटी करते दिखे। इस दौरान तिरंगा जमीन पर गिरने से बाल-बाल बचा। मौके पर मौजूद लोगों ने इस पूरे विवाद का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
भारत में तिरंगे के अपमान पर क्या है सजा?
भारत में अगर कोई तिरंगे का अपमान करता है तो उस व्यक्ति के खिलाफ नेशनल फ्लैग कोड के तहत कार्रवाई की जाती है। भारतीय झंडा संहिता के नियमों के अनुसार, तिरंगे का अपमान करने वाले को 3 साल तक कैद की सजा दी सकती है।