बिहार में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में चुनाव आयोग मतदाता सूची का पुनरीक्षण करवा रहा है। इसे लेकर जमकर राजनीति हो रही है और विपक्ष इसे एक साजिश बता रहा है। 9 जुलाई को भारत बंद के दौरान भी बिहार में विरोध प्रदर्शन हुआ था और इसके ज़रिए मांग की गई थी कि इस प्रक्रिया को तुरंत रोका जाए। अब इस मामले को लेकर विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक मुकेश सहनी ने चौंकाने वाला बयान दिया है।
‘नीतीश कुमार खुद छोड़ दें कुर्सी’
नीतीश कुमार को लेकर मुकेश सहनी ने कहा कि चाहे तेजस्वी यादव हों, चिराग पासवान हों या मैं, सिर्फ हम ही नीतीश कुमार की विरासत को आगे बढ़ा सकते हैं। दूसरे लोग बिहार पर राज करना चाहते हैं। हम यहां गुलामी की जंजीरें तोड़ना चाहते हैं। हम भूख मिटाने के लिए पेट भरते हैं, न कि लड़ाई लड़ते हैं। हमारा समाज शोषित है, ऐसे में नीतीश कुमार हमें आशीर्वाद दें और अपनी कुर्सी छोड़ दें।
‘BLO का घर जला देंगे’
वहीं मतदाता सूची पुनरीक्षण पर मुकेश सहनी ने कहा कि बिहार में यह सब नहीं चलेगा, बिहार छोड़ने वाला नहीं है। यहां दंगल होगा। इसकी जवाबदेही चुनाव आयोग और भारत सरकार की होगी। बिहार वोट के मामले में गंभीर है। लोग BLO के पास कागज जमा कर रहे हैं। कागज लेने के बाद अगर आपने किसी का नाम काट दिया तो लोग BLO का घर जला देंगे।
#WATCH | Patna, Bihar | On electoral rolls revision in Bihar, Vikassheel Insaan Party (VIP) founder Mukesh Sahani says, “… Biharis will not give up so easily. ‘Yaha dangal hoga’… Biharis are very serious about their votes… The EC should decide in the interest of Bihar, not… https://t.co/tr3Ed6u72t pic.twitter.com/QOxHkjfa02
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) July 14, 2025
‘नाम कटा तो हो जायेगा अनर्थ’
मुकेश सहनी ने कहा कि अगर नाम कटा तो BLO के साथ लोग गलत करेंगे, उनसे लड़ेंगे। अनर्थ हो जाएगा, कुछ भी हो सकता है। हमने देखा है कि चुनाव के दौरान गुट बन जाते हैं, लोग अपनी पार्टी को जिताने के लिए जी-जान लगा देते हैं। ऐसे में अगर किसी पार्टी के व्यक्ति का नाम वोटर लिस्ट से कट गया तो हंगामा होगा और यह पूरे बिहार में हो सकता है। ऐसे में चुनाव आयोग सोच-समझकर बिहार के लोगों के पक्ष में निर्णय ले। किसी पार्टी के हित में निर्णय न ले।
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इससे पहले तेजस्वी यादव ने सरकार और प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा था कि नरेंद्र मोदी को अपना टेलीप्रॉम्प्टर छोड़कर अपनी बात कहनी चाहिए। बिहार की स्थिति भयावह है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप क्यों हैं? क्या वह कभी अपनी चिंता और दुःख व्यक्त करेंगे या केवल भाषण ही देंगे? अगर उन्हें यहां से वोट मिलते हैं तो यहां सुरक्षा प्रदान करना उनकी जिम्मेदारी है या नहीं? मुख्यमंत्री बेहोशी की हालत में हैं। वह बिहार को संभाल नहीं पा रहे हैं। प्रधानमंत्री इसे रिमोट कंट्रोल से संभाल रहे हैं। बिहार में अपराधी ‘सम्राट’ बन गए हैं, वे जीत गए हैं।