Bihar Chunav 2025 Pipra East Champaran Vidhan Sabha Seat: बिहार में पिपरा नाम से दो सीटें हैं। एक पिपरा (पूर्वी चम्पारण) और दूसरी पिपरा (सुपौल)। आज हम पिपरा (पूर्वी चम्पारण) के चुनावी इतिहास की बात करेंगे। इस सीट पर फिलहाल भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार विराजमान हैं। पिपरा को जीतने की CPI, जनता दल, BJP, JD(U), RJD और कांग्रेस समेत कई पार्टियों ने लगातार कोशिश की है। 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले पिछले कुछ सालों के नतीजे यहां देख लीजिए।
2020 विधानसभा चुनाव के नतीजे
2020 के विधानसभा चुनाव में पिपरा (पूर्वी चम्पारण) के नतीजे भाजपा के श्यामबाबू यादव के हक में आए थे। उन्होंने सीपीएम के राजमंगल प्रसाद को शिकस्त दी थी। श्यामबाबू यादव को जनता से 88,587 वोट मिले थे। जबकि, राजमंगल प्रसाद को 80,410 वोट मिले। दोनों की हार-जीत में केवल 8,177 वोटों का अंतर था। इसके साथ ही इस सीट पर तीसरे नंबर पर इंडिपेंडेंट उम्मीदवार अवधेश कुशवाहा रहे थे। साल 2020 में 59.08 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई थी, जिसमें कुल रजिस्टर्ड वोटर्स 3,39,434 थे।
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साल 1977 से 2015 तक के विजेता
साल 2015 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के श्यामबाबू प्रसाद यादव जीते थे। 2010 में JD(U) से उम्मीदवार अवधेश प्रसाद कुशवाहा ने जीत दर्ज की। इसके साथ ही 2005 में BJP से कृष्णानंदन पासवान को इस सीट से कामयाबी मिली। साल 2000 में सुरेंद्र कुमार चंद्रा, जो RJD के उम्मीदवार थे, उन्होंने सीट जीती। 1995 के चुनाव में JD से सहदेव पासवान जीते। 1990 में JD से सहदेव पासवान को जीत मिली।
वहीं, 1985 में INC से नंद लाल चौधरी को जीत मिली। 1980 में भी INC(1) से नंद लाल चौधरी ही जीते थे। 1977 में CPI से तुलसी राम ने जीत दर्ज की थी। इस बार पिपरा (पूर्वी चम्पारण) पर मुकाबला कड़ा होने वाला है।
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