बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही सभी राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीति को धार देना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बुधवार को पार्टी नेताओं की अचानक बैठक बुलाई। इस बैठक में चुनावी तैयारियों की समीक्षा की गई और नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गईं।
तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री के उम्मीदवार
बैठक के बाद मनेर विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि यह बैठक आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर की गई थी। उन्होंने बताया कि “रणनीतियां बताई नहीं जातीं, लेकिन नेताओं को अपने-अपने क्षेत्रों में टास्क दिए गए हैं। जनता का मूड साफ है कि इस बार तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनेगी।” महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरे पर पूछे गए सवाल पर भाई वीरेंद्र ने साफ कहा कि गठबंधन के सभी दलों ने तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री उम्मीदवार मान लिया है और इसमें किसी तरह का मतभेद नहीं है।
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नेताओं को चुनाव संबंधी दिशा-निर्देश दिए
बैठक में SIR रिपोर्ट, चुनाव आयोग के ड्राफ्ट रोल में मतदाताओं के नाम काटने, गलत नाम जोड़ने और सुधार की प्रक्रिया पर भी गंभीर चर्चा हुई। पार्टी नेताओं को इन मुद्दों पर सतर्क रहकर काम करने के निर्देश दिए गए। तेजस्वी यादव ने कहा कि यह पार्टी की आंतरिक बैठक थी, जिसमें जिलाध्यक्ष, विधायक, पूर्व विधायक और अन्य नेताओं को चुनाव संबंधी दिशा-निर्देश दिए गए हैं। साथ ही उन्होंने भाजपा पर भी हमला बोला।
पूरा कुनबा बहा रहा घड़ियाली आंसू
तेजस्वी ने कहा, “जब प्रधानमंत्री मोदी भाषणों में अपमानजनक बातें करते थे, तब किसी ने आपत्ति नहीं की। भाजपा नेताओं ने हमारे प्रवक्ताओं के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, तब भी प्रधानमंत्री ने चुप्पी साधी और उन लोगों को सम्मानित किया। लेकिन आज जब खुद उनके नेताओं पर टिप्पणी हुई तो पूरा कुनबा घड़ियाली आंसू बहा रहा है। ये लोग बस नाटक कर रहे हैं।”
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जमीनी स्तर पर तैयारी तेज
इस बैठक ने यह साफ कर दिया है कि राजद (RJD) अब पूरी तरह चुनावी मोड में आ चुकी है और पार्टी ने जमीनी स्तर पर तैयारी तेज कर दी है। RJD इस बार किसी भी तरह कोताही नहीं बरतना चाहता है। माना जा रहा है कि बिहार चुनाव में इस बार महागठबंधन और एनडीए में कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी।