Bihar News: बिहार सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पिछले 5 साल से ड्यूटी से गायब रहने वाले 60 से ज्यादा डॉक्टरों को बर्खास्त कर दिया है। बिहार कैबिनेट ने शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग के 60 से ज्यादा सरकारी डॉक्टरों को बर्खास्त करने के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव (कैबिनेट) एस सिद्धार्थ ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद कहा कि बर्खास्त किए गए लोगों में से 64 डॉक्टर पांच साल से अधिक समय से ड्यूटी से अनुपस्थित हैं।
5 साल से 'ड्यूटी' से गायब चल रहे थे 60 से ज़्यादा डॉक्टर, नीतीश कैबिनेट ने कर दिया सभी को बर्खास्त @NitishKumar pic.twitter.com/tj3xEY5Psb
— News24 (@news24tvchannel) January 14, 2023
---विज्ञापन---
एक डॉक्टर तो 20 साल से ड्यूटी से गायब
बताया गया कि जिन डॉक्टरों का बर्खास्त किया गया है, उनमें से एक मुजफ्फरपुर जिले के केवत्सा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) के चिकित्सा अधिकारी सत्येंद्र कुमार सिन्हा हैं, जो पिछले 20 वर्षों से ड्यूटी से गायब हैं। एक अन्य डॉक्टर प्रवीण कुमार सिन्हा भी 2008 से ड्यूटी पर नहीं आए हैं।
बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने जानकारी दी थी कि राज्य के 700 से अधिक डॉक्टर 12 साल तक अपने कार्यस्थल से अनुपस्थित है। उस वक्त तेजस्वी ने ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई के संकेत दिए थे।
जिस वक्त तेजस्वी यादव ने ये जानकारी दी थी, उस वक्त बिहार में एनडीए की सरकार थी। तेजस्वी यादव के खुलासे का मकसद स्वास्थ्य विभाग में व्याप्त अराजकता को उजागर करना था, जिसका नेतृत्व सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के पिछले कार्यकाल के दौरान भाजपा नेता मंगल पांडे कर रहे थे।