मुकुल कुमार, मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर के चर्चित श्लोक अपहरणकांड का खुलासा हो चुका है। मुजफ्फरपुर, मोतिहारी और सीतामढ़ी पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर अपहृत दस साल के श्लोक को बरामद कर लिया है। एसएसपी मुजफ्फरपुर ने बताया कि इस पूरी घटना का खुलासा 72 घंटे के अंदर किया गया है।
क्या है पूरा मामला
16 अक्टूबर को अहियापुर थाना क्षेत्र के पप्पू कुमार ने अहियापुर थाना को सूचना दी, कि मेरे दस साल के बेटे श्लोक को स्कूल से घर आने के क्रम में दो अज्ञात मोटरसाइकिल सवार द्वारा अगवा कर लिया गया है। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरू किए तो, एक जगह बच्चा मोटरसाइकिल पर बीच में बैठा दिखा। इसके बाद पुलिस ने विशेष टीम बनाकर छानबीन शुरू कर दी।
17 अक्टूबर को मांगी गई थी फिरौती
अपहृत के पिता को अलग-अलग नंबर से फोन कर पचास लाख की फिरौती मांगी गई। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी, मोबाइल लोकेशन के आधार पर फिरौती की मांग करने वाले कभी रक्सौल, कभी मोतिहारी तो कभी सीतामढ़ी के अलग-अलग नंबर और जगह पर चिन्हित हो रहे थे। इसके बाद लगातार लोकेशन बदलने से परेशान पुलिस ने वैज्ञानिक अनुसंधान (टावर डंपिंग, घटनास्थल और फिरौती मांगने की जगह पर कॉमन नंबर) इत्यादि का जांच कर सीतामढ़ी के रुनिसैदपुर इलाके में छापेमारी की और एक घर से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया।
यह भी पढ़ें- पटना स्टेशन पर आने वाली गया एक्सप्रेस में बम! सुरक्षा बलों ने घेरा जंक्शन, तलाशी जारी
ITBP का जवान निकला अपहर्ता
इस मामले को लेकर एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि यह कोई प्रोफेशनल गैंग नहीं है। दो सगे भाइयों ने मिलकर यह योजना बनाई और तीन दिनों की रेकी करने के बाद अपहरण की वारदात को अंजाम दे दिया। दो अपहर्ता भाइयों में से एक भाई कुमार गौरव ITBP में हेड कांस्टेबल (टेलकम) के पद पर तैनात है।
कर्ज चुकाने के लिए किया था अपहरण
मुजफ्फरपुर पुलिस ने बताया की इन लोगों ने मकान बनाने में काफी रुपया लोन ले लिया था, जिसे वापस करने के लिए इन भाइयों को रुपए की अत्यधिक जरूरत थी। यह कोई अपराधिक गिरोह नहीं है और इनका कोई अपराधिक इतिहास भी नहीं है। इनके घर से अपहरण में उपयोग किया गया बाइक, वह कपड़े जो सीसीटीवी में दिख रहे हैं और एक हेलमेट के साथ वह मास्क भी बरामद हुआ है, जो अपहरण करते वक्त उपयोग किया गया था।