बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी शिकस्त के बाद पटना से लेकर दिल्ली तक सरगर्मी तेज हो गई है. इस चुनाव में हार के कारणों की समीक्षा के लिए कांग्रेस आलाकमान ने दिल्ली में बैठक बुलाई है. ये बैठक गुरुवार को तीन बजे इंदिरा भवन में होगी. इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, प्रभारी कृष्णा अल्लावरु, पूर्व सीएलपी लीडर्स शकील अहमद ख़ान, सांसद पप्पू यादव समेत चुनाव लड़ने वाले सभी प्रत्याशियों को बुलाया गया है.
बैठक में विधानसभा चुनाव में हार की समीक्षा और आगे की रणनीति पर चर्चा होगी. विधानसभा चुनाव में पार्टी को हुए नुकसान को लेकर मंगलवार को नाराज़ नेताओं का एक गुट दिल्ली पहुंचा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात करने का वक्त मांगा गया था. नाराज नेताओं का गुट हार की जिम्मेदारी तय करने की मांग कर रहा है.
गौरतलब है कि कांग्रेस आलाकमान ने बिहार चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों, भ्रामक बयानबाजी और संगठनात्मक निर्णयों की अवहेलना के लिए आधा दर्जन से ज्यादा नेताओं को छह वर्ष के लिए कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित किया है. बिहार महिला कांग्रेस अध्यक्ष ने पहले ही अपने पद से इस्तीफे दे दिया था.
दरअसल, कांग्रेस की दुविधा है कि पार्टी दो खेमों में बटी है एक खेमा चाहता है अल्लावरु और राजेश राम पर हार का ठीकरा फोड़ा जाए लेकिन दूसरा खेमा कांग्रेस को अपने दम पर प्रदेश में मजबूती करने पर जोर दे रहा है. इस खेमे की दलील है अब कांग्रेस के पास खोने के लिए कुछ नहीं है लिहाजा पार्टी को पूरे प्रदेश में मजबूत किया जाए.










