बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. बिहार में दो चरण में मतदान होने वाले हैं. पहले चरण में 6 नवंबर को मतदान होगा जबकि दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होने वाला है. चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को आने वाले हैं. 16 नवंबर को चुनाव खत्म हो जाएगा. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ने कई बातों का जिक्र किया, जिसमें SIR, नए प्रयोग और कुछ बदलाव की भी जानकारी दी.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में ज्ञानेश कुमार ने कहा कि 24 जून 2025 से मतदाता सूची के शुद्धिकरण (SIR) की प्रक्रिया शुरू हुई थी. 1 अगस्त को ड्राफ्ट सूची जारी की गई. अंतिम मतदाता सूची 30 सितंबर को प्रकाशित की गई. उन्होंने कहा कि अगर अभी भी किसी मतदाता को कोई गलती लगती है, तो वह जिलाधिकारी के पास अपील दाखिल कर सकता है.
SIR को लेकर चल रहे विवाद और फर्जी दावों को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया पर SIR को लेकर कई बातें कही गईं, लेकिन सच्चाई यह है कि राजनीतिक दलों ने ही इसकी मांग की थी. पक्षपात को लेकर CEC ने कहा कि चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है और यह संविधान के दायरे में रहकर चुनाव कराती है. उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों को इस प्रक्रिया में सक्रिय रहना चाहिए. कहीं भी पक्षपात का मामला नहीं है, क्योंकि पूरी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से की गई है.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, “SIR के बाद अंतिम मतदाता सूची सभी राजनीतिक दलों को दे दी गई है. नामांकन दाखिल करने की तिथि के बाद मतदाता सूची में बदलाव नहीं किया जाएगा. मुख्य चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि SIR का संचालन करना कानूनी है और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत अनिवार्य भी है.”
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मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा, “अगर किसी भी माध्यम या प्लेटफॉर्म पर कोई फर्जी खबर या गलत सूचना प्रसारित की जाती है तो उसका खंडन किया जाएगा. ड्रग्स, शराब और नकदी के लेन-देन को रोकने के लिए सभी चौकियों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि बिहार में आगामी चुनावों में 7.4 करोड़ से अधिक मतदाता हैं, जिनमें 14 लाख पहली बार मतदान करने वाले मतदाता भी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि बिहार में कुल 7.42 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 3.92 करोड़ पुरुष और 3.5 करोड़ महिलाएं हैं.”