औरंगाबाद से गणेश कुमार की रिपोर्टः बिहार में पूर्ण शराबबंदी है। रंग और तबीयत रंगीन करने का त्योहार होली नजदीक आता जा रहा है। शराबबंदी के कारण तबीयत रंगीन करने वाले अभी से ही शराब का जुगाड़ करने में लगे है। कुछ ने जुगाड़ कर लिए है तो कुछ जुगाड़ में लगे है।
इधर जुगाड़ियों की चाह को पूरा करने के लिए दारू भट्टी चलाने वाले दिन रात शराब चुलाने में लगे है। औरंगाबाद जिले में दारू उत्पादन के लिए कुख्यात सोन दियारा और अति नक्सल प्रभावित चाल्हो जोन में रात के अंधेरे में ही क्या दिन के उजाले में भी अवैध शराब की मिनी फैक्ट्रियां चल रही है।
पुलिस ने डाली ताबड़तोड़ रेड
होली पर लोगों की तबीयत रंगीन करने का पूरा इंतजाम किया जा रहा है लेकिन रविवार को सुबह होते ही औरंगाबाद की पुलिस ने रंग में भंग डालना शुरू कर दिया। इन इलाकों में पुलिस ने ताबड़तोड़ रेड डालनी शुरू की। दोपहर तक पूरी 21 अवैध शराब की मिनी फैक्ट्रियां ध्वस्त कर दी गयी। 25 हजार लीटर जावा महुआ को मौके पर ही विनष्ट कर दिया गया लेकिन कोई भी शराब माफिया या उसका कोई टुच्चा कर्मी तक पुलिस के हाथ नही लगा। हालांकि ताबड़तोड़ छापेमारी अभी भी जारी है।
सुबह से चल रहा एंटी वाइन ऑपरेशन
पुलिस कप्तान स्वपना गौतम मेश्राम ने बताया कि औरंगाबाद जिले में शराब के अवैध उत्पादन, परिवहन और बिक्री को रोकने के लिए निरंतर अभियान चल रहा है। होली को लेकर अभियान को और तेज किया गया है। अभियान में तेजी लाये जाने से शराब माफिया के हौसले पस्त है। उनका मनोबल लगातार गिर रहा है।
आज सुबह से चल रहे एंटी वाइन ऑपरेशन में सोन दियारा और नक्सल प्रभावित चाल्हो क्षेत्र में कुल 21 शराब भट्ठियां ध्वस्त की गई है। कुल 25 हजार लीटर जावा महुआ बरामद हुआ है, जिसे मौके पर ही विनष्ट कर दिया गया है। अवैध शराब के खिलाफ पुलिस की छापेमारी धड़ाधड़ अभी भी जारी है। उन्होने कहा कि होली के त्योहार को लेकर पुलिस महकमें की शराब के अवैध कारोबार पर पहले से ज्यादा पैनी नजर बनी हुई है।