अमिताभ ओझा, पटना: बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन प्रकरण में कार्रवाई हुई है। जेल आईजी ने सहरसा डीएम की रिपोर्ट के तहत सहरसा मंडल कारा सहायक अधीक्षक- सह प्रभारी उपाधीक्षक मृत्युंजय कुमार के अलावा हेड वार्डन दानी कुमार और वार्डन हरिनन्दन कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
क्या है मामला
दरअसल, बिहार में नई सरकार के लिए कुछ तस्वीरें परेशानी का सबब बन गई हैं। गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी. कृष्णैया हत्याकांड मामले में सजायाफ्ता बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन की पिछले दिनों तस्वीरें वायरल हुई थी। कहा जा रहा है कि वह पटना आए थे। उन्हें न्यायिक हिरासत में पटना की कोर्ट में पेश होना था, लेकिन वे अपने घर पहुंच गए। आनंद मोहन को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई थी। बाद में ऊपर अदालत ने सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया था। तब से वे जेल में बंद हैं।
अघोषित तौर पर आजाद हुए आनंद
तस्वीरें बाहर आने के बाद सियासी गलियारों में चर्च तेज हो गई थी कि आनंद मोहन बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद अघोषित तौर पर आजाद हो गए हैं। रक्षाबंधन के दिन 12 अगस्त को आनंद मोहन पुलिस अभिरक्षा में पटना में थे। इस दौरान वे जेल में रहने की बजाय पुलिसिया सुरक्षा में घर-परिवार में घूम रहे थे और कार्यकर्ताओं के साथ संवाद कर रहे थे। बिहार के राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि अब किस बात का डर, बिहार में तो अब अपनी सरकार है। आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद राजद से विधायक हैं। जबकि पत्नी पूर्व सांसद लवली आनंद राजद की वरिष्ठ नेत्री हैं।