अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एजीटीएफ दिनेश एमएन ने बताया कि हार्डकोर बदमाश प्रदीप गुर्जर कुख्यात 6161 गैंग का सरगना है. यह गैंग मुख्य रूप से हाईवे पर स्थित होटल संचालकों को निशाना बनाकर उनसे जबरन रंगदारी वसूलने के लिए कुख्यात है. एजीटीएफ की यह कार्रवाई राज्य में संगठित अपराध और लॉरेंस बिश्नोई नेटवर्क के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है. इस गैंग का इतिहास भीलवाड़ा में हरी तंवर से शुरू हुआ था, जिसकी कमान बाद में विनोद मांडली और फिर उसकी हत्या के बाद प्रदीप रावत ने संभाल ली थी. प्रदीप गुर्जर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के सहयोगी सचिन थापन के लिए एक सक्रिय कड़ी के रूप में काम कर रहा था. वह कोटपूतली, बहरोड, बानसूर, भीलवाड़ा और गुड़गांवा के युवकों को संगठित कर रहा था.
दहशत का तरीका, फायरिंग और रंगदारी
इस गैंग का मुख्य कार्य हाईवे पर स्थित होटलों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दहशत फैलाना. इसके बाद ये व्यापारी को धमकी भरी पर्ची भेजकर रंगदारी और फिरौती की मांग करते थे. प्रदीप पर रंगदारी, बैंक लूट, डकैती, हत्या और हत्या के प्रयास जैसे तीन दर्जन से अधिक संगीन अपराधों के मुकदमे दर्ज हैं. सात आपराधिक मुकदमों में फरार चलने के कारण एसपी कोटपुतली द्वारा उसकी गिरफ्तारी पर ₹25,000 का इनाम घोषित किया गया था.
एजीटीएफ का सटीक ऑपरेशन
एडीजी दिनेश एमएन के निर्देशन में और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिद्धांत शर्मा के सुपरविजन में एक विशेष टीम को इस हार्डकोर बदमाश को पकड़ने का जिम्मा सौंपा गया. जिसका नेतृत्व इंस्पेक्टर राम सिंह द्वारा किया गया. टीम ने मुखबिरों को एक्टिव किया, जिसके बाद हेड कांस्टेबल सुधीर कुमार को उसके गुड़गांवा में होने की पुख्ता जानकारी मिली. यह एक चुनौतीपूर्ण मिशन था, जहाँ टीम ने करीब 150 सीसीटीवी फुटेज खंगाले और रेकी की. आरोपी गुड़गांव के खेड़कीदोला थाना क्षेत्र की एक विशाल और लग्जरी सोसायटी एम आर पाम हिल के एक फ्लैट में छिपा हुआ था.
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गार्ड बनकर रखी निगरानी
टीम ने सोसायटी के नाकों पर सदस्य तैनात किए और गार्ड बनकर हेड कांस्टेबल सुधीर ने अंदर पल-पल की जानकारी हासिल की. एजीटीएफ के लिए यह भूसे के ढेर में से सुई ढूंढने जैसा कठिन कार्य था. सटीक स्थिति का पता चलते ही टीम ने फ्लैट पर छापा मारा और गैंगस्टर प्रदीप रावत को घेर कर दबोच लिया. गुड़गांवा से गिरफ्तार कर आरोपी को एजीटीएफ टीम कोटपूतली लेकर आई है और उसे थाना पुलिस को सौंप दिया गया है. पुलिस द्वारा उससे गहनता से पूछताछ की जा रही है, जिससे कई अन्य मामलों के खुलासे की पूरी संभावना है.
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