नई दिल्ली: क्रिकेट प्रशासक अमृत माथुर की एक नई किताब के अनुसार बॉलीवुड सुपरस्टार अक्षय कुमार ने इंडियन प्रीमियर लीग फ्रेंचाइजी को भारी नुकसान से बचाने के लिए 2009 में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) के साथ अपना अनुबंध समाप्त कर दिया था। 2008 में जब आईपीएल IPL 2008 की शुरुआत हुई थी तो दिल्ली डेयरडेविल्स (डीडी) के नाम से जानी जाने वाली फ्रेंचाइजी में वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर की सलामी जोड़ी मौजूद थी।
दिल्ली ने अक्षय कुमार को अपने ब्रांड एंबेसडर के रूप में साइन किया था, लेकिन वित्तीय स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उन्हें तीन साल का करार समय से पहले खत्म करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
अमृत माथुर ने किया खुलासा
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व महाप्रबंधक अमृत माथुर ने अपनी आत्मकथा – ‘पिचसाइड: माई लाइफ इन इंडियन क्रिकेट’ में खुलासा किया कि कैसे अक्षय ने फ्रेंचाइजी के साथ साइन किए तीन साल के कॉन्ट्रैक्ट को रद्द करके डीडी को भारी नुकसान से बचाया था। फ्रैंचाइज़ी के लिए चीजें बेहद मुश्किल हो सकती थीं, क्योंकि अनुबंध ने बॉलीवुड अभिनेता को जल्दी समाप्ति के बावजूद पूर्ण मुआवजे की गारंटी दी थी।
अक्षय ने खत्म कर दिया कॉन्ट्रेक्ट
अपनी पुस्तक में घटना का विवरण देते हुए माथुर ने लिखा, “अक्षय ने दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ प्रमोशनल फिल्मों की शूटिंग, मिलन समारोहों में भाग लेने और कॉर्पोरेट कार्यक्रमों में उपस्थिति दर्ज कराने के लिए तीन साल का करार किया था। सीजन के अंत में काफी पैसों के नुकसान की जांच की गई। इसके बाद डीडी ने अक्षय के कॉन्ट्रैक्ट को रद्द करने या फिर से बातचीत करने का फैसला किया।
माथुर ने लिखा कि एक एड शूट के बाद मैं अक्षय कुमार से मिलने उनके वैनिटी में गया। मैंने झिझकते हुए उनसे डीडी की वित्तिय परेशानियों के बारे में बताया। उनका जवाब था कोई बात नहीं जी…अगर यह काम नहीं कर रहा तो इसे बंद करते हैं।