नई दिल्ली: टीम इंडिया के सबसे खास लम्हों में से एक टी 20 वर्ल्ड कप 2007 का फाइनल है। टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 5 रन से शिकस्त दी थी। पाकिस्तान को आखिरी ओवर में जीत के लिए 13 रन की जरूरत थी, लेकिन जोगिंदर शर्मा की सूझबूझ भरी गेंदबाजी ने टीम इंडिया को धमाकेदार जीत दिला दी। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी सबसे सफल कप्तान में से एक रहे हैं। वह कैप्टन कूल के नाम से भी जाने गए और यही कूलनैस उन्होंने 2007 वर्ल्ड कप के फाइनल में भी दिखाई थी। जी हां, इस बात का खुलासा आखिरी ओवर डालने वाले पूर्व गेंदबाज जोगिंदर शर्मा ने किया है।
माही ने कहा- टेंशन मत लो
जोगिंदर ने गुजरात जायंट्स को दिए इंटरव्यू में कहा- लास्ट ओवर था। मेरा और हरभजन सिंह का ही ओवर बचा था। इसके बाद कश्मकश शुरू हो गई कि आखिरी ओवर कौन डालेगा। भज्जी पाजी को पाकिस्तान के बॉलर अच्छी तरह से खेल पा रहे थे। ऐसे में माही ने जैसे ही हाथ ऊपर उठाया, मैं तैयार था। जोगिंदर ने कहा- प्रैशर ये नहीं था कि लास्ट ओवर 13 रन हैं तो कैसे डालूंगा या क्या होगा। हम लोगों का सीधा सा टार्गेट था। माही ने भी यही कहा- टेंशन नहीं लेने का। अगर हार भी जाते हैं तो मेरा काम है। मैं तुम्हें ओवर दिया है। मैंने कहा- हारेंगे क्यों, एक ही तो बल्लेबाज है। छह बॉल और 13 रन हैं, आउट हो जाएगा।
The man who bowled the most important over of the inaugural World T20! 😍
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— Gujarat Giants (@GujaratGiants) September 24, 2022
इस तरह हुई बात
फिर जब मैंने पहली बॉल डाली तो सब टेंशन में आ गए। माही भाई ने कहा क्या हो रहा है। मैंने कहा- अच्छा हुआ बॉल स्विंग हो रही है। स्ट्राइक लेने दो मैं दूसरे बल्लेबाज को आउट कर दूंगा। माही बोले- ठीक है तू डाल। दूसरी गेंद डॉट बॉल डाली और तीसरी पर छक्का पड़ा। मैंने कहा- एक रन पहले भी आउट कर दूंगा तो जीत जाएंगे। टेंशन न लो। हम लोगों के बीच इसी तरह की बात हुई।
भाई तू बॉल पकड़ लेना
जोगिंदर ने कहा- मेरे बॉलिंग एक्शन के साथ अच्छी बात ये थी कि थोड़ा पॉज आता है। मुझे पॉजिंग का टाइम मिलता है। मिस्बाह अगली गेंद पर स्कूप में छक्का मारने को तैयार था। हम लोगों का प्लान था कि आउटसाइड ऑफ स्टंप यॉर्कर डालना है तो जब मैंने उसको देखा तो पहले ही तैयार हो गया। बॉल का लैंथ पीछे की और स्पीड कम करके गेंद डाली। इससे जो बॉल उसके सीधे बल्ले पर आनी चाहिए थी वह बीच में लगी और हवा में उड़ गई। अहम बात ये थी कि श्रीसंत फील्डिंग में नीचे खड़े थे। सबको यही था कि भाई तू बस कैच पकड़ लियो, अच्छा हुआ उन्होंने कैच किया और हम वर्ल्ड कप जीत गए।
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