नई दिल्ली: पाकिस्तान की टीम इस साल जुलाई में श्रीलंका दौरे पर गई थी। जहां दो मैचों की टेस्ट सीरीज 1-1 से ड्रॉ हुई थी। अब इस सीरीज पर फिक्सिंग के सवाल खड़े हो गए हैं। श्रीलंका में विपक्ष के सांसद नलिन बंडारा ने संसद में दावा किया है कि दो मैचों की टेस्ट सीरीज को फिक्स किया गया था।
श्रीलंका के क्रिकेट बोर्ड ने इस मामले पर कहा है कि उसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को मैच फिक्सिंग के आरोपों की जांच के लिए आमंत्रित किया है। अब इस विस्फोटक मुद्दे पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) का बयान सामने आया है। पीसीबी के एक अधिकारी का कहना है कि बोर्ड आरोपों की जांच के लिए विश्व शासी निकाय के अधिकारियों को बुलाने के श्रीलंका के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता।
भ्रष्टाचार रोधी इकाई के महाप्रबंधक को बुलाया
द न्यूज से बात करते हुए, स्थानीय क्रिकेट बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि पीसीबी किसी ऐसी चीज पर टिप्पणी नहीं कर सकता है जिसकी श्रीलंका बोर्ड द्वारा जांच की जा रही है और न ही इसे मेजबान देश के क्रिकेटरों से जोड़ा जा सकता है। श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने विपक्षी नेता नलिन बंडारा के आरोपों की जांच के लिए आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी इकाई के महाप्रबंधक एलेक्स मार्शल को आमंत्रित किया है।
कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं
नए आरोपों के आधार पर पीसीबी अधिकारी ने श्रीलंका बोर्ड या आईसीसी के साथ किसी भी तरह के संपर्क से इनकार किया है। दोनों देशों के बीच 1-1 से ड्रॉ हुई टेस्ट सीरीज को लेकर विपक्ष के नेता द्वारा लगाए गए आरोपों पर न तो किसी और ने, न ही आईसीसी और न ही श्रीलंका बोर्ड ने हमसे संपर्क किया। इसलिए जब तक हमसे संपर्क नहीं किया जाता, हम कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं।
पीसीबी का इससे कोई लेना-देना नहीं
अधिकारी ने कहा कि आईसीसी की भ्रष्टाचार रोधी इकाई के अधिकारी इन दिनों अंतरराष्ट्रीय मैचों पर कड़ी नजर रखते हैं। वे जुलाई सीरीज के दौरान श्रीलंका में थे, वहां कुछ भी नहीं हुआ। अगर श्रीलंका बोर्ड अपने खिलाड़ियों की जांच करना चाहता है, तो वे ऐसा करने के लिए स्वतंत्र हैं। पीसीबी का इससे कोई लेना-देना नहीं है। हम केवल तभी प्रतिक्रिया देंगे जब श्रीलंका बोर्ड या आईसीसी हमसे संपर्क करेगा। अभी तक ऐसी कोई बात नहीं है।
प्रतिष्ठा को नुकसान
श्रीलंकाई बोर्ड ने एलेक्स मार्शल को श्रीलंका का दौरा करने और आरोपों की जांच करने के लिए कहा है। उसने कहा है कि इस मामले से प्रतिष्ठा को नुकसान हुआ है। बोर्ड के एक बयान में कहा गया है कि श्रीलंका क्रिकेट खेल की अखंडता के लिए प्रतिबद्ध है और उसका मानना था कि आईसीसी जांच “हालिया आरोपों के आलोक में कार्रवाई का सही तरीका है।” भ्रष्टाचार के आरोपों और अंदरूनी कलह के चलते श्रीलंका की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम में काफी उथल-पुथल की स्थिति रही है।
पूर्व खेल मंत्री हरिन फर्नांडो ने कहा है कि आईसीसी ने श्रीलंका को अपने दायरे में दुनिया के सबसे भ्रष्ट देशों में से एक माना है। उनके पूर्ववर्तियों में से एक महिंदानंद अलुथगामगे ने पिछले साल संसद को बताया था कि श्रीलंका में मैच फिक्सिंग व्याप्त है। इस साल श्रीलंका के आर्थिक संकट के चरम के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ गाले में श्रृंखला खेली गई थी।
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