Cricket World Cup History: भारत ने साल 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप अपने नाम कर पूरी दुनिया में अपना दबदबा कायम कर लिया था। यह इतिहास आज के दिन ही रचा गया था। भारतीय टीम ने महेंद्र सिंह की कप्तानी में पाकिस्तान को फाइनल मुकाबले में धूल चटाकर पहली बार टी-20 वर्ल्ड कप अपने नाम कर लिया था। यह मैच दिल की धड़कन बढ़ा देने वाला था। इस खास मौके पर हम आपको बताएंगे कि भारत ने फाइनल में पाकिस्तान को कैसे हराया और वर्ल्ड अपनी झोली में डाल लिया।
गंभीर ने खेली थी 75 रनों की शानदार पारी
भारत और पाकिस्तान के बीच टी-20 का फाइनल मैच 14 सितंबर 2007 साउथ अफ्रीका के डरबन के किंग्समीड मैदान पर खेला जा रहा था। पाकिस्तान के कप्तान शोएब मलिक टॉस के बॉस बने थे और पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत बेहद ही शानदार रही थी। भारत के ओपनर बल्लेबाज गौतम गंभीर ने इस मैच में शानदार 75 रनों की पारी खेली थी। भारत ने 20 ओवर के खेल के बाद 5 विकेट खोकर 157 रन बना लिए थे। टारगेट ज्यादा बड़ा नहीं था, लेकिन इतना जरूर था कि पाकिस्तानी टीम को रोका जा सके।
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ऐसा रहा आखिरी ओवर का खेल
पाकिस्तानी टीम 158 रन चेज करने के लिए मैदान पर उतरी। इस पारी का आखरी ओवर की गिनती अभी तक सबसे रोमांचक ओवर में होती है। पाकिस्तान को आखिरी ओवर में मैच जीतने के लिए 13 रनों की दरकार थी और उसके पास सिर्फ एक विकेट शेष था। क्रीज पर मिसबाह उल हक और मोहम्मद आसिफ मौजूद थे। धोनी ने गेंदबाजी के लिए जोगिंदर शर्मा को गेंद थमाई। ओवर की पहली गेंद तो जोगिंदर सिंह ने डॉट निकाल ली, लेकिन दूसरी गेंद पर छक्का खा लिया, इसके अलावा जोगिंदर ने एक वाइड गेंद भी डाली। अब ऐसा लग रहा था कि मुकाबला भारत के हाथ से निकल गया है, लेकिन तीसरी ही गेंद पर जोगिंदर सिंह ने मिस्बाह उल हक को श्रीसंत के हाथों कैच आउट करा दिया और वर्ल्ड कप भारत की झोली में डाल दिया।