Who is Drona Desai: स्कूल क्रिकेट में आमतौर पर ऐसे रिकॉर्ड बनते रहते हैं, जो वर्ल्ड क्रिकेट में भी देखने को नहीं मिलते। ऐसा ही रिकॉर्ड 18 साल के द्रोण देसाई ने बनाया है, जहां उन्होंने दीवान बल्लूभाई कप अंडर-19 मल्टी-डे टूर्नामेंट के दौरान 498 रनों की रिकॉर्डतोड़ पारी खेली। उन्होंने शिवाय क्रिकेट मैदान पर अपने स्कूल सेंट जेवियर्स के लिए यह पारी खेलकर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। द्रोण ने जेएल स्कूल के गेंदबाजों की जमकर खबर लेते हुए 498 रनों की करिश्माई पारी खेलने के लिए सिर्फ 320 गेंदें लीं, जिसमें 86 चौके और सात छक्के शामिल रहे।
देसाई मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को अपना आदर्श मानते हैं और उनका स्ट्रेट ड्राइव शॉट उनका फेवरेट शॉट है। अपनी इस पारी के दौरान देसाई 400 या इससे ज्यादा का स्कोर बनाने वाले भारत के छठे बल्लेबाज बन गए हैं। भारत की ओर से स्कूल क्रिकेट में सबसे बड़ा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड मुंबई के प्रणव धनावड़े के नाम है, जो 1009 रनों की पारी खेल चुके हैं। उनके बाद पृथ्वी शॉ (546), डॉ. हवेवाला (515), चमनलाल (नाबाद 506) और अरमान जाफर (498) एक पारी में 400 से ज्यादा का स्कोर बना चुके हैं।
18 Year old Drona desai Smashed 498 Runs knock in school cricket Gujarat 😲😍✨🔥
अठारह वर्षीय द्रोण देसाई ने मंगलवार को गांधीनगर के शिवाय क्रिकेट मैदान में दीवान बल्लूभाई कप अंडर-19 मल्टी डे टूर्नामेंट के दौरान जेएल इंग्लिश स्कूल के खिलाफ अपने स्कूल सेंट जेवियर्स (लोयोला) के लिए… pic.twitter.com/NJitiCpZoo— Cricktainment (@Cricktainments) September 25, 2024
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पारी और 712 रनों से जीती टीम
देसाई की पारी का ही कमाल था कि उन्होंने टीम ने यह मैच पारी और 712 रनों से अपने नाम किया। 500 रन के ऐतिहासिक पारी से चूकने के बावजूद देसाई अपनी पारी पर खुश दिखे। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता था कि मैं 500 के इतना करीब हूं। वहां कोई स्कोरबोर्ड नहीं था और मेरी टीम ने मुझे नहीं बताया। मैं अपना स्ट्रोक खेलने गया और आउट हो गया, लेकिन मैं रन बनाकर खुश हूं।’
Drona Desai 498. And those with more runs – via @Sports_NDTV pic.twitter.com/leMMy5EpUU
— Gaurav Sethi (@BoredCricket) September 25, 2024
सचिन तेंदुलकर के फैन हैं द्रोण
बता दें कि गुजरात के रहने वाले द्रोण का बल्ला पहली बार चमक नहीं बिखेर रहा। वो अंडर-14 लेवल से ही राज्य का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। देसाई की नजरें अब अंडर-19 टीम में जगह बनाने पर हैं। क्रिकेट में उनका सफर सात साल की उम्र में शुरू हुआ, जो अपने आदर्श सचिन को बल्लेबाजी करते हुए देखकर काफी प्रभावित हुए। देसाई अपनी सफलता का क्रेडिट अपने पिता को देते हैं, जिन्होंने शुरुआत में ही उनकी क्षमता को पहचान लिया और यह सुनिश्चित किया कि उन्हें मशहूर कोच जयप्रकाश पटेल से कोचिंग मिले।
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