Vinesh Phogat may get Silver: पेरिस ओलंपिक 2024 अब अपने आखिरी चरण में है, लेकिन 140 करोड़ भारतीयों की निगाह कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (खेल पंचाट न्यायालय) के फैसले पर है कि वह विनेश फोगाट के मामले में क्या फैसला सुनाता है। दरअसल इंटरनेशनल ओलंपिक एसोशिएसन के प्रेसिडेंट थॉमस बाक ने भी कह दिया है कि खेल पंचाट यानी कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) जो भी फैसला सुनाएगा, वह उसे स्वीकार होगा। शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बाक ने विनेश फोगाट के मामले पर अपनी बात रखी, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि एक कैटेगिरी में दो सिल्वर मेडल नहीं हो सकते। लेकिन, उन्होंने खेल पंचाट के फैसले को मानने की बात भी कही है।
ऐसे में विनेश फोगाट को सिल्वर मेडल मिलने की उम्मीद बंध जाती है। क्योंकि विनेश के मामले में खेल पंचाट में वकीलों ने फोगाट की ओर से जो दलीलें दी हैं, उन दलीलों में दम है। तर्क साफ और स्पष्ट हैं। इसी से उम्मीद बंधी है कि फैसला विनेश के पक्ष में आ सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विनेश फोगाट के मामले में खेल पंचाट में सुनवाई पूरी हो गई है और सीएएस ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। बता दें कि कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स ने पेरिस ओलंपिक के दौरान कानूनी मसलों की सुनवाई के लिए अपनी एक एडहॉक बेंच को पेरिस में बिठा रखा है। इसी बेंच ने विनेश के मामले की सुनवाई की है। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि 11 अगस्त को ओलंपिक की समाप्ति से पहले खेल पंचाट का फैसला आ सकता है। शुक्रवार को सुनवाई के बाद खेल पंचाट ने अपना सुरक्षित रख लिया था।
कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स में वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे और विदुशपत सिन्हानिया ने विनेश फोगाट का पक्ष रखा। इन दोनों वकीलों को इंडियन ओलंपिक एसोशिएसन ने विनेश का पक्ष रखने के लिए पेरिस बुलाया था। रिपोर्ट्स में कहा गया है कि वकीलों ने विनेश का पक्ष रखते हुए कहा कि पहले दिन हुए वजन के दौरान विनेश का वेट निर्धारित मानकों पर था, और वजन का 100 ग्राम ज्यादा पाया जाना शारीरिक प्रक्रिया के तहत था।
पहली बार सही था विनेश का वजन
बता दें कि 6 अगस्त को जब पहली बार विनेश का वजन हुआ तो उनका वेट 49.9 किलोग्राम था। विनेश ने इसके बाद लगातार मुकाबले खेले और फाइनल में जगह बनाई। विनेश का मेडल पक्का हो चुका था। वह फाइनल जीतती तो गोल्ड मिलता और हारने पर सिल्वर मेडल, लेकिन लगातार मुकाबले खेलने की वजह से उन्होंने एनर्जी के लिए डाइट का सेवन किया, पानी पीया। नतीजा ये हुआ कि उनका वजन 2.7 किलोग्राम बढ़ गया।
दो दिन सुबह के समय होता है वजन
दरअसल जब से ओलंपिक में कुश्ती के मुकाबले दो दिन होने शुरू हुए हैं। पहलवानों का वजन दोनों दिन सुबह के समय होता है। पहले शुरुआती मुकाबले खेले जाते हैं और दूसरे सिर्फ फाइनल मुकाबले होते हैं। और दोनों दिन सुबह के समय पहलवान का वजन होता है। ऐसे में पहलवान को अपना वजन निर्धारित मानकों पर ही रखना होता है, लेकिन विनेश इस मामले में चूक गईं।
हालांकि विनेश ने खेल पंचाट में पहले गोल्ड मेडल मुकाबले को कराए जाने की मांग की थी, जिसे खारिज कर दिया गया। इसके बाद इंडियन ओलंपिक एसोशिएसन और विनेश ने क्यूबा की खिलाड़ी गुजमैन लोपेज के साथ साझा सिल्वर मेडल की मांग की। खेल पंचाट ने सुनवाई के लिए इस अपील को स्वीकार कर लिया। इसी मामले पर खेल पंचाट का फैसला आना है, जिसका सभी भारतीयों को इंतजार है।