IND vs BAN: भारत ने दूसरे टेस्ट मैच में बांग्लादेश को हराकर सीरीज 2-0 से जीत ली है। इस सीरीज को जीत के बाद टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने कुछ ऐसा किया, जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है। दरअसल इस मैच को जीतने के बाद जब अवार्ड दिए जा रहे थे तो रोहित शर्मा ने ट्रॉफी लेकर थ्रो डाउन स्पेशलिस्ट राघवेंद्र द्विवेदी उर्फ रघु भैया को दे दी थी।
धोनी और विराट की परंपरा को आगे बढ़ाया
महेंद्र सिंह धोनी भी अपनी कप्तानी में ट्रॉफी जीतने के बाद टीम के सबसे युवा खिलाड़ी को दे देते थे। वहीं, विराट भी अपनी कप्तानी में ऐसा ही करते आए थे। इसके बाद अब रोहित शर्मा भी उसी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। थ्रो डाउन स्पेशलिस्ट रघु की तारीफ विराट कोहली, रोहित शर्मा और धोनी भी करते हैं। विराट ने रघु को लेकर कहा था कि अगर आप उन्हें नेट्स में अच्छे से खेल लेते है तो आप को स्पीड से कोई भी गेंदबाज डरा नहीं पाएगा।
रवि शास्त्री ने भी की तारीफ
कानपुर टेस्ट मैच के बाद रवि शास्त्री ने सोशल मीडिया पर रघु के साथ फोटो शेयर की थी। इस फोटो में उन्होंने रघु की तारीफ करते हुए कहा था, “तुमसे मिलकर हमेशा ही अच्छा लगता है। रघु तुम इंडियन क्रिकेट टीम की धड़कन हो।
Always good to see the Man Friday and the heartbeat of the Indian Cricket team – Raghu 🙏🇮🇳 pic.twitter.com/DkT95qODhP
— Ravi Shastri (@RaviShastriOfc) September 27, 2024
बेहद मुश्किल रहा है सफर
राघवेंद्र द्विवेदी कर्नाटक के कुमता के रहने वाले हैं। वो क्रिकेटर बनना चाहते थे, लेकिन उनके घरवालों ने उनका विरोध किया था। इसके बाद वो घर छोड़कर आ गए थे। संघर्ष के दिनों में उन्हें हुबली में एक बस स्टैंड, एक मंदिर और यहां तक कि एक कब्रिस्तान में सोना पड़ा था। हालांकि उनकी मेहनत लग लाई थी। उन्हें कर्नाटक राज्य क्रिकेट एसोसिएशन (केएससीए) की तरफ से आवास मिल गया था। हालांकि चोट की वजह से उनका करियर जल्दी खत्म हो गया था। इसके बाद वो कोचिंग में आ गए थे।