Paris Olympics 2024: भारत ने पेरिस ओलंपिक में स्पेन को 2 1 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है। भारतीय हॉकी टीम ने टोक्यों में भी ब्रॉन्ज मेडल जीता था। भारत ने लगातार दूसरी बार ब्रॉन्ज मेडल जीता है। इस मैच में टीम इंडिया के हीरो एक बार फिर से हरमनप्रीत रहे हैं। उन्होंने इस मैच में भी दो गोल किए। उन्होंने इस ओलंपिक में सबसे ज्यादा गोल किए हैं। उन्होंने 10 गोल किए हैं। तो आइये जानते हैं भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह के बारें में:
गियर स्टिक बदली हॉकी स्टिक
हरमनप्रीत सिंह का जन्म पंजाब के अमृतसर के जंडियाला गुरु बस्ती में 6 जनवरी, 1996 को हुआ था। उनके पिता सरबजीत सिंह एक किसान हैं। बचपन में हरमनप्रीत सिंह खेतों में अपने पिता की मदद करते थे। वो खेतों की जुताई ट्रैक्टर से करते थे। बचपन में उनके ट्रैक्टर के गियर बॉक्स में जंग लगी थी, इस वजह से गियर बदलने के लिए उन्हें काफी ज्यादा ताकत लगानी पड़ती है। इस वजह से उनकी कलाई काफी ज्यादा मजबूत हो गई थी। इसका फायदा उन्हें आगे हुआ था।
– 8 matches.
– 10 goals.
– Goal in Quarter Final.
– Goal in Semi Final.
– Goal in Bronze Medal match.– HARMANPREET SINGH, THE BRONZE MEDALIST CAPTAIN, WORLD WILL SALUTE YOU FOREVER. 🫡🇮🇳 pic.twitter.com/DIeBGJAatG
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) August 8, 2024
जूनियर लेवल पर दिखाई थी प्रतिभा
हरमनप्रीत सिंह को बचपन से ही हॉकी पसंद थी। अपने खेल को और ज्यादा बेहतर करने के लिए वो जालंधर के सुरजीत एकेडमी चले गए थे। गगनप्रीत सिंह और सुखजीत सिंह की देखरेख में हरमनप्रीत सिंह ने खेल को सुधारा। पूर्व कोच हरिंदर सिंह ने उन्हें देख कर कहा था कि वो उन्हें हरमनप्रीत को दो साल में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ड्रैग फ्लिकर बन सकते हैं।
🥉 𝐟𝐨𝐫 𝐭𝐡𝐞 𝐈𝐧𝐝𝐢𝐚𝐧 𝐦𝐞𝐧’𝐬 𝐡𝐨𝐜𝐤𝐞𝐲 𝐭𝐞𝐚𝐦! 🔥
Harmanpreet Singh and co. help 🇮🇳 claim their 1️⃣3️⃣th medal in hockey at the Olympics! 💪#Paris2024 pic.twitter.com/t7rMnEFQCa
— Olympic Khel (@OlympicKhel) August 8, 2024
उन्होंने सुल्तान जोहोर कप 2011 में भारत की जूनियर नेशनल टीम के लिए डेब्यू किया था। जूनियर लेवल पर डेब्यू करने के बाद वो अपने करियर की ऊंचाई पर पहुंचते गए। उन्हें इस टूर्नामेंट में 2014 प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवार्ड जीता था। इसके बाद मलेशिया में यूथ टूर्नामेंट में उन्होंने 9 गोल किए थे। 3 मई, 2015 को सीनियर टीम के लिए डेब्यू करने का मौका मिला था।
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