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Paris Olympics 2024: कौन हैं सरबजोत सिंह, जिन्होंने भारत को निशानेबाजी में दिलाया दूसरा पदक

Paris Olympics 2024: भारतीय निशानेबाज सरबजोत सिंह ने भारत के लिए एक और कांस्य पदक जीत लिया है। उन्होंने पेरिस 2024 ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में भारतीय निशानेबाज मनु भाकर के साथ कांस्य पदक जीता है।

Edited By : News24 हिंदी | Updated: Jul 30, 2024 14:14
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Paris Olympics 2024: भारतीय निशानेबाज सरबजोत सिंह ने भारत के लिए एक और कांस्य पदक जीत लिया है। उन्होंने पेरिस 2024 ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम स्पर्धा में भारतीय निशानेबाज मनु भाकर के साथ कांस्य पदक जीता है। 2023 में उन्होंने दक्षिण कोरिया में 15वीं एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर भारत के लिए ओलंपिक कोटा हासिल किया था।

🇮🇳🥉 𝗔𝗡𝗢𝗧𝗛𝗘𝗥 𝗕𝗥𝗢𝗡𝗭𝗘 𝗙𝗢𝗥 𝗜𝗡𝗗𝗜𝗔! Many congratulations to Manu Bhaker and Sarabjot Singh on securing a superb Bronze for India in the mixed team 10m Air Pistol event.

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💪 A second Bronze for Manu Bhaker at #Paris2024, a terrific achievement.

👉 𝗙𝗼𝗹𝗹𝗼𝘄… pic.twitter.com/MjgiZBy03Y

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— India at Paris 2024 Olympics (@sportwalkmedia) July 30, 2024

कौन हैं सरबजोत सिंह

अंबाला में एक किसान परिवार में सरबजोत सिंह का जन्म हुआ था। वो अंबाला के धीन गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से पढ़ाई की है। उन्होंने अभिषेक राणा की निगरानी में अपनी ट्रेनिंग की है। उनके हालिया फॉर्म को देखते हुए सभी को विश्वास था कि वो ओलंपिक में पदक जीत सकते हैं।

उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 2019 जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर की थी। उन्होंने हांग्जो में 2022 एशियाई खेलों में टीम स्वर्ण और 2023 एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। उन्होंने भोपाल में आईएसएसएफ विश्व कप 2023 में 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक भी जीता था। हाल ही में उन्होंने म्यूनिख में आईएसएसएफ विश्व कप 2024 में एक और स्वर्ण पदक जीता था।

फुटबॉल छोड़कर चुनी थी निशानेबाजी

13 साल की उम्र में सरबजोत सिंह ने एक समर शिविर के दौरान कुछ बच्चों को शूटिंग रेंज में एयर गन चलाते देखा था। इस दौरान उन्होंने शूटिंग में अपना करियर बनाने का फैसला किया। इससे पहले वो फुटबॉलर बनना चाहते थे। 2014 में उन्होंने अपने पिता से अपने सपने के बारे में बताया था। जिस पर उनके पिता ने जवाब में कहा था कि यह खेल बहुत महंगा है। आखिरकार बेटे की जिद्द की आगे उन्हें झुकना पड़ा। इसके बाद सरबजोत सिंह ने अपनी ट्रेनिंग शुरू की. उन्होंने 2019 में जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप, सुहल में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था।

 

 

 

 

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News24 हिंदी

First published on: Jul 30, 2024 01:46 PM

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