Danish Kaneria: पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने अपने देश के उप-प्रधानमंत्री इशाक डार की तीखी आलोचना की है। इशाक डार ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद आतंकवादियों को “स्वतंत्रता सेनानी” कह दिया था। इससे एक दिन पहले दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पर भी सवाल उठाए थे।
मंगलवार को पहलगाम में हुए इस हमले की ज़िम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन TRF ने ली थी। इस हमले की पूरी दुनिया ने निंदा की, लेकिन इशाक डार ने आतंकियों को गलत तरीके से आज़ादी की लड़ाई लड़ने वाला बताया। इस पर गुस्सा जताते हुए कनेरिया ने कहा कि इशाक डार का बयान न सिर्फ शर्मनाक है, बल्कि यह साफ तौर पर दिखाता है कि पाकिस्तान आतंकवादियों को पनाह देता है।
दानिश ने पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री पर साधा निशाना
कनेरिया ने अपने एक्स (पहले ट्विटर) अकाउंट पर लिखा कि जब पाकिस्तान का उप-प्रधानमंत्री आतंकवादियों को स्वतंत्रता सेनानी कहता है, तो ये सिर्फ एक अपमान नहीं है, बल्कि ये साफ तौर पर दिखाता है कि पाकिस्तान खुद आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और उसका समर्थन कर रहा है।
जानें पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री ने क्या कहा था?
इस्लामाबाद में पत्रकारों से बातचीत के दौरान उप-प्रधानमंत्री इशाक डार ने कहा था कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हमला करने वाले लोग “स्वतंत्रता सेनानी” हो सकते हैं। इस बयान के बाद पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने तीखी प्रतिक्रिया दी।
इससे पहले भी कनेरिया ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की चुप्पी पर सवाल उठाया था। उन्होंने उन पर आतंकवादियों को पनाह देने और उनका समर्थन करने का आरोप लगाया था। दानिश कनेरिया ने कई बार अपने देश की सरकार के आतंकवाद को लेकर रवैये की आलोचना की है और कहा है कि पाकिस्तान को ऐसे आतंकी संगठनों से दूरी बनानी चाहिए।
कनेरिया ने कही थी ये बाय
एक और पोस्ट में कनेरिया ने लिखा – “मैं पाकिस्तान या वहां की जनता के खिलाफ नहीं बोल रहा हूं। असल में पाकिस्तान की आम जनता ने आतंकवाद से सबसे ज्यादा दुख झेला है। वे एक ऐसे नेतृत्व के हकदार हैं जो शांति के लिए खड़ा हो, ना कि आतंकियों को पनाह देने वाला हो या मासूमों की हत्या पर चुप रहे।
उन्होंने आगे कहा, “मैंने एक वक्त पाकिस्तान की जर्सी गर्व से पहनी थी। मैंने क्रिकेट के मैदान पर अपना सब कुछ झोंक दिया। लेकिन आज मेरे साथ भी वैसा ही बर्ताव हो रहा है, जैसा पहलगाम हमले में मारे गए लोगों के साथ हुआ – सिर्फ इसलिए क्योंकि मैं हिंदू हूं। जो लोग आतंक को सही ठहराते हैं, उन्हें शर्म आनी चाहिए। जो हत्यारों को बचाते हैं, उन्हें भी शर्म आनी चाहिए। मैं सच्चाई के साथ खड़ा हूं, मैं मानवता के साथ खड़ा हूं। और मुझे पूरा यकीन है कि पाकिस्तान की जनता भी यही चाहती है। उन्हें गुमराह मत कीजिए और बुराई का साथ मत दीजिए।”