World Cup Final 2023: भारतीय क्रिकेट इतिहास में 19 नवंबर का दिन वो काला दिन है, जिसे भारतीय फैंस भुलाने से भी नही भुला पाएंगे। ये वही दिन है, जब टीम के हाथों से वर्ल्ड कप आते-आते रह गया। इस दिन 140 करोड़ से ज्यादा की आबादी वाला पूरा भारत देश निराशा में डूब गया था। हम बात कर रहे हैं पिछले साल भारत में हुए वनडे वर्ल्ड कप की, जहां टीम इंडिया आखिरी बाधा पार नहीं कर सकी और उसने सजाकर वर्ल्ड कप की ट्रॉफी पैट कमिंस की अगुवाई वाली कंगारू टीम को दे दी। 19 नवंबर 2003 को हुए फाइनल मुकाबले में तब ऑस्ट्रेलिया टीम ने भारत को छह विकेट से मात दी थी ।
इस मैच से पहले टीम इंडिया वैसे तो कई आईसीसी फाइनल हारी थी, लेकिन फैंस को यह हार इसलिए कचोटती है क्योंकि उस मैच से पहले टीम ऐसा खेली थी, जिसका कल्पना करना मुश्किल है। यही वजह है कि फैंस इस हार को आज तक और संभवत: आने वाले कई सालों तक नहीं भुला पाएंगे। अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने टॉस हारकर पहले बैटिंग की। गिल के रूप में पहला झटका जल्दी ही खाने के बाद कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली ने मोर्चा संभाला और कंगारू गेंदबाजों की जमकर धुनाई कर दी।
Thank you for some sweet memories, team India. 🇮🇳
– it would’ve been a perfect cherry on top, but wasn’t meant to be. 💔 pic.twitter.com/zvDi33jK4C
---विज्ञापन---— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) November 19, 2024
रोहित का आउट होना पड़ा भारतीय टीम पर भारी
10 ओवर तक को सब कुछ ठीक लग रहा था, लेकिन यहां जैसे ही रोहित ग्लेन मैक्सवेल की गेंद पर आउट हुए, वैसे ही एक लाख से ज्यादा की आबादी वाले स्टेडियम में सन्नाटा फैल गया। उनके आउट होने के बाद कंगारू गेंदबाजों ने कसी गेंदबाजी की और भारतीय बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। इसका असर भारत के रन रेट पर पड़ा। आउट होने के डर की वजह से बीच के ओवरों में विराट और केएल राहुल को मजबूरी में स्लो खेलना पड़ा। टीम को इसका काफी घाटा हुआ, जहां टीम निर्धारित ओवरों में स्कोरबोर्ड पर सिर्फ 240 रन ही टांग सकी। टीम के लिए राहुल ने 66 जबकि विराट ने 57 रनों की पारी खेली। इन दोनों के अलावा रोहित के बल्ले से 47 रनों की पारी निकली।
हेड ने अकेले दम पर जिताया मैच
इस पूरे टूर्नामेंट में टीमों द्वारा बड़े-बड़े स्कोर देखने को मिले थे। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ 241 रनों का टारगेट मिला, जो कि काफी कम था। हालांकि पहले दस ओवर में मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह की जोड़ी ने भारतीय टीम को मैच में बनाए रखा और ऑस्ट्रेलिया के तीन विकेट 50 रन से पहले उखाड़ दिए। इस दौरान डेविड वॉर्नर, मिचेल मार्श और स्टीव स्मिथ पवेलियन लौट चुके थे। लेकिन इसके बाद ट्रेविस ने धुआंधार शतक जड़कर टीम इंडिया को मैच से पूरी तरह बाहर कर दिया। उनके बल्ले से 120 गेंदों पर 137 रनों की पारी निकली, जबकि मार्नस लाबुशेन ने नाबाद 58 रनों की पारी खेली। वर्ल्ड कप हारने के बाद भारतीय टीम के सभी खिलाड़ी और फैंस निराशा में डूब गए।