IPL 2025: भारत और चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के दिग्गज खिलाड़ी एमएस धोनी का मानना है कि आईपीएल पहले से ही एक प्रतिस्पर्धी और लोकप्रिय टूर्नामेंट है, इसलिए इसमें मसाला जोड़ने के लिए इम्पैक्ट प्लेयर नियम की कोई जरूरत नहीं थी।
धोनी ने यह बात जियो हॉटस्टार को दिए एक इंटरव्यू में कही, जिसकी एक क्लिप सोमवार को जारी की गई। उन्होंने इस नियम को लेकर उठ रहे उन सवालों का भी जवाब दिया, जिनमें कहा जा रहा था कि यह नियम उन्हें सीएसके टीम में अपनी जगह बनाए रखने में मदद कर रहा है। धोनी ने कहा कि यह नियम उनके पक्ष में है और नहीं भी क्योंकि उन्हें विकेटकीपिंग भी करनी होती है और टीम की सभी रणनीति का हिस्सा भी बने रहना पड़ता है।
धोनी ने कही ये बात
इस नियम को लेकर धोनी ने कहा, ‘जब यह नियम पहली बार आया तो मैंने कहा था कि आईपीएल पहले से ही काफी अच्छी स्थिति में है और इसमें किसी तरह का अतिरिक्त मसाला डालने की जरूरत नहीं है। खेल पहले ही हाई-स्कोरिंग थे, रोमांचक तरीके से आगे बढ़ रहे थे और मुकाबले काफी प्रतिस्पर्धी थे। हमने इस फॉर्मेट में कई बार देखा है कि मैच सिर्फ पांच ओवर में ही लगभग तय हो जाते हैं। अगर कोई टीम जल्दी विकेट गंवा देती है और सही तरीके से रन बनाने में नाकाम रहती है तो विरोधी टीम आसानी से जीत दर्ज कर लेती है।’
𝙁𝙖𝙨𝙩. 𝙁𝙖𝙨𝙩𝙚𝙧. 𝙈𝙎 𝘿𝙝𝙤𝙣𝙞 🫡
📹 Watch #CSK legend’s jaw-dropping reflexes behind the stumps 🔥
Updates ▶ https://t.co/QlMj4G7kV0#TATAIPL | #CSKvMI | @ChennaiIPL | @msdhoni pic.twitter.com/S26cUYzRd8
— IndianPremierLeague (@IPL) March 23, 2025
उन्होंने आगे कहा, ‘एक तरह से यह नियम मेरी मदद करता है, लेकिन पूरी तरह नहीं क्योंकि मैं अभी भी विकेटकीपिंग कर रहा हूं इसलिए मैं इम्पैक्ट प्लेयर नहीं हूं, बल्कि मुझे खेल में पूरी तरह शामिल रहना पड़ता है।’
‘बदल गया है खेल का स्तर’
धोनी ने कहा, ‘आपको समय और जरूरतों के हिसाब से खुद को ढालना पड़ता है। आजकल क्रिकेट खेलने का तरीका पहले की तुलना में काफी बदल गया है। जिस तरह से हम 2008 में खेल रहे थे और जिस तरह से हमने पिछले साल आईपीएल खेला, उसमें बहुत अंतर है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘हमें यह भी स्वीकार करना होगा कि पहले पिचों में थोड़ा टर्न देखने को मिलता था और शुरुआती ओवरों में गेंद की गति भी थोड़ी अलग होती थी। लेकिन अब भारत की पिचें काफी बेहतर हो गई हैं, जिससे खेल का स्तर भी बदल गया है।’