Kagiso Rabada 300 Test Wickets: बांग्लादेश के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा ने बड़ा कमाल कर डाला है। रबाडा ने क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में वो मुकाम हासिल कर लिया है, जहां तक उनसे पहले सिर्फ साउथ अफ्रीका के पांच ही गेंदबाज पहुंच सके हैं। रबाडा ने अपनी रफ्तार के दम पर कहर बरपाते हुए मेजबान टीम के तीन बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई। फास्ट बॉलर ने डेल स्टेन और वकार यूनिस के बड़े रिकॉर्ड को भी चकनाचूर कर दिया है।
रबाडा ने हासिल किया खास मुकाम
कगिसो रबाडा ने बांग्लादेश के अनुभवी बल्लेबाज मुशफिकुर रहीम को आउट करने के साथ ही टेस्ट क्रिकेट में अपने 300 विकेट पूरे कर लिए हैं। वह यह मुकाम हासिल करने वाले साउथ अफ्रीका की ओर से छठे गेंदबाज बने हैं। खास बात यह है कि रबाडा ने गेंदों के लिहाज से सबसे तेज 300 विकेट पूरे किए हैं। रबाडा ने 11,817 गेंदें फेंकने के बाद टेस्ट में 300 विकेट पूरे किए। रबाडा ने इस मामले में वकार यूनिस और डेल स्टेन को पीछे छोड़ दिया है। यूनिस ने 12,602 और स्टेन ने 12,605 गेंदों में 300 विकेट हासिल किए थे।
Kagiso Rabada gets his 300th test wicket! ⚡
Congratulations to Kagiso Rabada on reaching a monumental milestone, delivered at 13.5 overs in today’s Test against Bangladesh! 👏🏏🇿🇦
---विज्ञापन---Your dedication to the craft and game-changing pace continues to inspire the nation.
Here’s to… pic.twitter.com/5b6IlTOfQ1
— Proteas Men (@ProteasMenCSA) October 21, 2024
कहर बनकर टूटे रबाडा
कगिसो रबाडा बांग्लादेश के बल्लेबाजों पर कहर बनकर टूटे। रबाडा ने मुशफिकुर रहीम को सिर्फ 11 रन के स्कोर पर क्लीन बोल्ड करते हुए पवेलियन की राह दिखाई। वहीं, तेज गेंदबाज का दूसरा शिकार लिटन दास बने, जो सिर्फ एक रन ही बना सके। रबाडा ने नईम हसन को भी मात्र 8 रन के स्कोर पर चलता किया और बांग्लादेश के मिडिल ऑर्डर की कमर तोड़कर रख दी। 11 ओवर के स्पेल में रबाडा ने 26 रन खर्च करते हुए 3 विकेट अपनी झोली में डाले। वियान मुल्डर और केशव महाराज ने भी तीन-तीन विकेट अपने नाम किए।
106 रन पर ढेर बांग्लादेश
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला बांग्लादेश की टीम के पक्ष में नहीं गया। साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाजों के आगे मेजबान टीम का बैटिंग ऑर्डर ताश के पत्तों की तरह बिखर गया। बांग्लादेश के सात बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा तक पार नहीं कर सके। टीम की ओर से सर्वाधिक 30 रन महमूदुल हसन ने बनाए। वहीं, मेहंदी हसन ने 13 रन का योगदान दिया।