World Cup 2011 Yuvraj Singh: टीम इंडिया ने 14 साल पहले वनडे विश्व कप का खिताब अपने नाम किया था। एमएस धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप 2011 के फाइनल में श्रीलंका को हराकर खिताब पर कब्जा किया था। इस टूर्नामेंट में दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह ने कमाल का प्रदर्शन किया था। युवराज ने गेंद और बल्ले दोनों से शानदार प्रदर्शन करके टीम इंडिया को चैंपियन बनाने में अहम रोल निभाया था, लेकिन अब उस वक्त टीम इंडिया के हेड कोच रहे गैरी कर्स्टन ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि युवराज का वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया में चयन उतना आसान नहीं रहा था वे लगभग टीम से बाहर ही थे।
युवराज सिंह को टीम में चाहते थे कप्तान धोनी
रेडिफ.कॉम से बातचीत करते हुए टीम इंडिया के पूर्व विश्व विजेता कोच गैरी कर्स्टन ने कहा कि “युवराज सिंह का वर्ल्ड कप 2011 के लिए टीम में चयन उतना आसान नहीं था। 15 खिलाड़ियों को चुनने के लिए सेलेक्टर्स के बीच काफी बहस हुई थी। शुक्र है हमने युवराज को टीम में चुना। मैं हमेशा से युवराज का बहुत बड़ा प्रशंसक रहा हूँ। हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध थे, जैसे कभी-कभी वह मुझे बहुत परेशान कर देते थे, लेकिन मैं उनसे प्यार करता था। वह अच्छे खिलाड़ी थे।”
Gary Kirsten🎙️:
During the 2011 WC selection, there was a debate over Yuvraj Singh’s spot. Selectors had doubts.
But Dhoni backed him fiercely, assuring them Yuvi would deliver.And what a tournament he had – Player of the Tournament & a champion’s legacy. 👑🏆
(Source: Rediff) pic.twitter.com/ZFsRs5mTNH---विज्ञापन---— TheXReplier (@ReplySensei) July 18, 2025
आगे उन्होंने बताया कि मैं और धोनी हम दोनों ही युवराज सिंह को वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया में चाहते थे। क्योंकि उनके पास काफी अनुभव था, जो हमने देखा भी और अंत में हम खिताब भी जीत गए।
Yuvraj Singh’s performance in the 2011 World Cup – The best ever by any Indian player and that too with Cancer
— AT10 (@Loyalsachfan10) July 9, 2025
प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे युवराज सिंह
वर्ल्ड कप 2011 में युवराज सिंह का प्रदर्शन काफी शानदार रहा था। उन्होंने इस टूर्नामेंट में बल्लेबाजी करते हुए 362 रन बनाए थे। इसके अलावा बात अगर उनके गेंदबाजी प्रदर्शन की करें तो युवी ने गेंदबाजी करते हुए 15 विकेट चटकाए थे। उनके इस शानदार प्रदर्शन के चलते युवराज सिंह को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट भी चुना गया था। फाइनल में टीम इंडिया ने श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर 28 साल के बाद विश्व कप का खिताब अपने नाम किया था।
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