Border Gavaskar Trophy: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली सबसे रोमांचक टेस्ट सीरीज में से एक है। इस ट्रॉफी में दोनों देशों के बल्लेबाजों ने कई ऐतिहासिक पारियां खेली हैं, जिन्होंने क्रिकेट प्रेमियों को यादगार लम्हे दिए। कुछ पारियां इतनी शानदार रहीं कि उन्होंने रिकॉर्ड बुक्स में अपना नाम दर्ज कर लिया। माइकल क्लार्क, वीवीएस लक्ष्मण, सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ जैसे महान बल्लेबाजों ने इस ट्रॉफी में व्यक्तिगत स्कोर का नया स्तर तय किया। ये पारियां सिर्फ रिकॉर्ड नहीं हैं, बल्कि क्रिकेट में धैर्य, तकनीक और जुनून की मिसाल हैं, जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता।
माइकल क्लार्क – 329 रन
माइकल क्लार्क ने 2012 में सिडनी टेस्ट के दौरान भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ 329 रन बनाए। यह पारी उनकी शानदार कप्तानी और धैर्य का शानदार नमूना था। उन्होंने पूरे मैदान पर शॉट्स लगाए और भारत को बैकफुट पर धकेल दिया।
वीवीएस लक्ष्मण – 281 रन
वीवीएस लक्ष्मण की यह पारी 2001 के कोलकाता टेस्ट में आई थी, जिसे “इडेन गार्डन्स का करिश्मा” कहा जाता है। लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ ने भारत को फॉलो-ऑन से बाहर निकालते हुए मैच जिताया। यह पारी BGT इतिहास में सबसे यादगार है।
रिकी पोंटिंग – 257 रन
रिकी पोंटिंग ने 2003 में मेलबर्न टेस्ट में 257 रन बनाकर भारतीय गेंदबाजों की खूब पिटाई की। उनकी यह पारी ऑस्ट्रेलियाई टीम के दबदबे को दिखाती है।
सचिन तेंदुलकर – 241 रन
2004 के सिडनी टेस्ट में सचिन ने 241 रनों की नाबाद पारी खेली। खास बात यह थी कि उन्होंने इस पारी में कवर ड्राइव नहीं खेला, क्योंकि पिछली बार इसी शॉट से वे आउट हुए थे। यह पारी उनकी तकनीकी परिपक्वता और अनुशासन का उदाहरण है।
राहुल द्रविड़ – 233 रन
राहुल द्रविड़ ने 2003 के एडिलेड टेस्ट में 233 रन बनाए। उनकी यह पारी भारत की जीत की नींव थी। उन्होंने बड़ी धैर्य और रणनीति के साथ यह पारी खेली।
एमएस धोनी – 224 रन
2013 के चेन्नई टेस्ट में एमएस धोनी ने 224 रन बनाकर अपनी आक्रामक बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। यह उनकी कप्तानी के दौरान एक यादगार पारी थी, जिसने भारत को मैच में मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।