Vivah Panchami 2025: आज मार्गशीर्ष माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी का पर्व मनाया जा रहा है. इस दिन व्रत रखा जाता है और माता सीता और भगवान राम की पूजा का महत्व होता है. यह दिन माता सीता और भगवान राम की शादी की सालगिरह के रूप में मनाया जाता है. आज विवाह पंचमी के शुभ अवसर पर राम मंदिर का ध्वजारोहण भी किया जा रहा है. ऐसे में यह दिन बहुत ही खास है. आज विवाह पंचमी पर पूजा की विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में बताते हैं.
विवाह पंचमी शुभ मुहूर्त
आज विवाह पंचमी के दिन अयोध्या के राम मंदिर का ध्वजारोहण किया जा रहा है. इसके लिए दोपहर 11 बजकर 52 मिनट से 12 बजकर 35 मिनट तक का मुहूर्त तय किया गया है. आप इस शुभ मुहूर्त में विवाह पंचमी की पूजा कर सकते हैं. यह समय पूजा के लिए उत्तम रहेगा. इसके अलावा अभिजीत मुहूर्त और गोधुलि मुहूर्त में पूजा कर सकते हैं.
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विवाह पंचमी पूजा विधि
विवाह पंचमी व्रत के दिन पूजा के लिए सुबह स्नान आदि कर लें और घर के मंदिर की सफाई कर भगवान राम और माता सीता की प्रतिमा स्थापित करें. रोली, अक्षत, फूल आदि अर्पित करें और मिठाई से भोग लगाएं. पूजा के बाद राम-सीता विवाह की कथा पढ़ें और आरती करने के बाद प्रसाद ग्रहण करें.
विवाह पंचमी का महत्व
विवाह पंचमी का पर्व माता सीता और भगवान राम की शादी की सालगिरह के रूप में मनाया जाता है. इस दिन व्रत और पूजा करने से वैवाहिक जीवन सुखमय होता है. इस व्रत को करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है. यह व्रत करना दाम्पत्य सुख और पति की दीर्घायु के लिए शुभ होता है. विवाह पंचमी के दिन देशभर के मंदिरों में राम-सीता विवाह महोत्सव का आयोजन किया जाता है.
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है. News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है.










