महाभारत एक ऐसा ग्रंथ है, जिसमें जीवन की हर परिस्थिति से जुड़े गहरे ज्ञान और नीति-सिद्धांत मिलते हैं। इसी ग्रंथ में एक अत्यंत बुद्धिमान, धर्मपरायण और दूरदर्शी व्यक्तित्व का वर्णन है, वे हैं महामंत्री विदुर। वे हस्तिनापुर के महामंत्री और धृतराष्ट्र और पांडवों के प्रमुख सलाहकार थे। वह धृतराष्ट्र और पांडु के भाई थे, लेकिन उनका जन्म एक दासी के गर्भ से हुआ था। इसके बावजूद, उनकी बुद्धिमत्ता, धर्मपरायणता और न्यायप्रियता के कारण उन्हें समस्त कौरव और पांडव वंश का मार्गदर्शक माना जाता है। इतिहास में उन्हें महात्मा विदुर भी कहा गया है।
विदुर की महानता उनके ज्ञान, नीति और निडरता में थी। उनकी नीतियों को हम ‘विदुर नीति’ के नाम से जानते हैं, जो महाभारत के उद्योग पर्व में वर्णित एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है। विदुर नीति केवल एक नैतिक शिक्षा का ग्रंथ नहीं, बल्कि यह व्यवहारिक जीवन में भी अत्यंत उपयोगी है। इसमें विदुर ने स्पष्ट रूप से बताया है कि झूठे और विश्वासघाती लोगों से सावधान रहना क्यों आवश्यक है और उन्हें कैसे पहचाना जाए। आइए जानते हैं, झूठे लोगों की पहचान क्या है? किन खास लक्षणों से जान सकते हैं कि कौन आपसे विश्वासघात कर सकता है?
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अत्यधिक मीठा बोलने वाले आदमी
ऐसे लोग हमेशा जरूरत से ज्यादा मीठी और चापलूसी भरी बातें करते हैं। उनका मुख्य उद्देश्य होता है सामने वाले का विश्वास जीतना और अपनी स्वार्थ सिद्धि करना। ये लोग सामान्यतः हर किसी से अत्यधिक प्रेम और अपनापन दिखाते हैं, लेकिन उनका वास्तविक स्वभाव अलग होता है। उदाहरण के लिए, जब कोई व्यक्ति बिना किसी खास कारण के हर समय आपकी तारीफ करता है और आपकी हर बात से सहमत होता है, तो यह सावधान होने का संकेत हो सकता है।
बातों में टालमटोल करने वाले लोग
झूठे लोग कभी भी सीधे और स्पष्ट जवाब नहीं देते। जब उनसे कोई महत्वपूर्ण प्रश्न पूछा जाए, तो वे टालने की कोशिश करते हैं, विषय बदल देते हैं या गोलमोल जवाब देते हैं। अगर कोई व्यक्ति हर बार बहाने बनाकर जवाब देने से बचता है, तो समझ जाइए कि वह कुछ न कुछ छिपा रहा है। उदाहरण के लिए, यदि कोई बार-बार समय पर वादा पूरा नहीं करता और बहाने बनाता है, तो यह संकेत है कि वह भरोसेमंद नहीं है।
छिप-छिपकर बातें करने वाले इंसान
ऐसे लोग हमेशा गुप्त रूप से बातें करते हैं और पीठ पीछे षड्यंत्र रचते हैं। वे दूसरों के बारे में गुप्त चर्चा करते हैं और कई बार दूसरों की छवि खराब करने की कोशिश करते हैं। ऐसे लोगों की विश्वसनीयता संदेहजनक होती है, क्योंकि वे कभी भी पीठ पीछे आपके बारे में गलत बातें कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, अगर कोई आपके सामने एक तरह से बात करता है और आपकी पीठ पीछे आपकी आलोचना करता है, तो वह व्यक्ति निश्चित रूप से विश्वासघाती है।
कर्मों और बातों में विरोधाभास वाले लोग
झूठे लोग जो कहते हैं, अक्सर उसके विपरीत कार्य करते हैं। उनके शब्द और कर्मों में मेल नहीं होता, जिससे उनकी वास्तविकता स्पष्ट हो जाती है। वे सामने कुछ और दिखाते हैं और असलियत में कुछ और होते हैं। उदाहरण के लिए, यदि कोई व्यक्ति बार-बार कहता है कि वह आपकी मदद करेगा, लेकिन जब जरूरत पड़ती है, तो वह बहाने बनाता है, तो यह उसके असत्य स्वभाव को दर्शाता है।
स्वार्थ को प्राथमिकता देने वाले व्यक्ति
झूठे और धोखेबाज लोग हमेशा अपने स्वार्थ को प्राथमिकता देते हैं। उन्हें केवल अपना फायदा दिखता है, और वे दूसरों की भावनाओं की बिल्कुल भी कद्र नहीं करते। ऐसे लोग जरूरत के समय साथ छोड़ सकते हैं या नुकसान पहुंचा सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि कोई व्यक्ति केवल तब आपके संपर्क में आता है जब उसे कोई लाभ चाहिए, और बाकी समय आपकी परवाह नहीं करता, तो वह स्वार्थी और अवसरवादी है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।