Sawan 2024 Shivji Shivling Aarti Niyam: शिव भक्तों के प्रिय माह सावन का आरंभ आज यानी 22 जुलाई 2024 से हो गया है। सावन के प्रत्येक दिन व्रत रखने के साथ-साथ शिव जी और शिवलिंग की पूजा और आरती की जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, सावन के पवित्र माह में नियमित रूप से विधिपूर्वक भगवान भोलेनाथ और शिवलिंग की आरती करने से साधक को विशेष लाभ मिलता है। साथ ही भगवान की विशेष कृपा भी प्राप्त होती है, लेकिन देवताओं की आरती करने के कुछ नियम हैं, जिनका पालन नहीं करने से साधक को पाप लग सकता है। इसके अलावा उनका व्रत खंडित भी हो सकता है। चलिए विस्तार से जानते हैं कि सावन में शिवलिंग और भोले बाबा की आरती करने से जुड़े नियमों के बारे में…
क्या बैठकर आरती करना उचित होता है?
आरती करने से पहले हाथ जोड़कर भगवान शिव और शिवलिंग को नमस्कार करें। 3 फूल अर्पित करें और फिर आरती करना आरंभ करें। शिव जी और शिवलिंग की आरती केवल एक स्थान पर खड़े होकर करनी चाहिए। बैठकर आरती करना अशुभ माना जाता है।
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किस हाथ से आरती करनी चाहिए?
शिवलिंग और शिव जी की आरती झुककर दाएं हाथ से करना शुभ होता है। आरती करते समय बात करने से आरती खंडित हो जाती है, जिससे साधक को पाप लगता है।
एक दिन में कितनी बार आरती करनी चाहिए?
धार्मिक मान्यता के अनुसार, एक दिन में एक व्यक्ति करीब 5 बार आरती कर सकता है। सुबह 3 बार और शाम में 2 बार आरती करना शुभ माना जाता है।
खड़ी प्रतिमा की आरती कैसे करें?
यदि आप शिव जी की खड़ी प्रतिमा की आरती कर रहे हैं तो सबसे पहले भगवान के चरणों की 4 बार आरती करें। इसके बाद 2 बार नाभि, एक बार मुख और अंत में 7 बार सभी अंगों की आरती करें। इस तरह 14 बार आरती घुमाने से 14 भुवन] जो भगवान में समाये हैं, उन तक आपका प्रमाण पहुंच जाएगा।
कितनी बार आरती करनी चाहिए?
शास्त्रों में बताया गया है कि भगवान शिव की 11 बार और शिवलिंग की 14 बार आरती करनी चाहिए।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक और ज्योतिष शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।