Lal Kitab Ke Totke: यदि कोई व्यक्ति अपने पूर्वजों का विधिपूर्वक श्राद्ध या तर्पण नहीं करता है तो वह पितृदोष का भागीदार बन जाता है। पितृदोष के कारण कई बार स्थिति इतनी गंभीर हो जाती है कि उस व्यक्ति को मृत्यु के समान कष्टों का सामना करना पड़ता है। लाल किताब में पितृदोष से मुक्ति पाने के कई उपाय बताए गए हैं तो चलिए लाल किताब के उन उपायों के बारे में जानते हैं।
1. लाल किताब में बताया गया है कि यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृदोष है तो उसे पितृपक्ष के दौरान नियमित रूप से कौए, कुत्ते और गाय को रोटी खिलाना चाहिए। इस उपाय को करने से पितृदोष मुक्ति मिल जाती है।
2. पितृदोष से पीड़ित जातकों को पितृपक्ष के दौरान पीपल या बरगद के वृक्ष में जल चढ़ाना चाहिए। साथ ही तिलक भी लगाना चाहिए। इसके अलावा नियमित रूप से श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति पितृदोष से मुक्त हो जाता है।
3. लाल किताब के अनुसार इंसानों के ऊपर पूर्वजों का कर्ज रहता है। इस कर्ज को संतान को जन्म देकर चुकाया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि संतान को जन्म दे दिया तो पितृदोष समाप्त हो जाता है।
4. लाल किताब की माने तो सभी इंसान पर उसके बहन-भाई का भी कर्ज होता है और उन्हें सम्मान देकर इस कर्ज से मुक्ति पाई जा सकती है। ऐसा करने से भी पितृदोष से मुक्ति मिलती है।
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5. लाल किताब के अनुसार घर के सभी सदस्यों से सिक्के लेकर मंदिर में दान करने से भी पितृदोष से छुटकारा पाया
जा सकता है।
6. यदि पितृदोष से मुक्ति पाना चाहते हैं तो श्राद्धपक्ष यानि पितृपक्ष के दौरान पूर्वजों के लिए विधिपपूर्वक तर्पण और
श्राद्धकर्म करें।
7. लाल किताब में बताया गया है कि पितृपक्ष के दौरान रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी पितृ दोष से मुक्ति
मिलती है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।