महात्मा विदुर, जो अपनी नीति और बुद्धिमानी के लिए प्रसिद्ध हैं, ने हमेशा जीवन के विभिन्न पहलुओं पर मार्गदर्शन दिया। अपने ज्ञान, सत्य, निष्ठा और ईमानदारी के प्रति उनकी दृढ़ता और समर्पण के कारण ‘महात्मा विदुर’ भी कहलाते हैं। उनका कहना था कि रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए सबसे ज़रूरी बात ईमानदारी और आपसी सम्मान है। खासकर पति-पत्नी के रिश्ते को लेकर महात्मा विदुर ने कई महत्वपूर्ण बातें साझा की हैं, जिन्हें अगर हम अपने जीवन में उतारें, तो हमारा वैवाहिक जीवन खुशहाल और समृद्ध हो सकता है।
ईमानदारी और प्यार का महत्व
महात्मा विदुर का मानना था कि किसी भी रिश्ते में जब दो लोग एक-दूसरे के साथ ईमानदारी से रहते हैं और आपस में भरपूर प्यार और विश्वास रखते हैं, तो उनका रिश्ता कभी टूटता नहीं है। इसके विपरीत, यदि हम एक-दूसरे से बचने लगते हैं, अपनी भावनाओं को छुपाने लगते हैं या बातचीत में दूरी बना लेते हैं, तो रिश्ते में दरारें आनी शुरू हो जाती हैं। इसलिए रिश्ते को मजबूत बनाए रखने के लिए दोनों पक्षों को खुलकर एक-दूसरे से बात करनी चाहिए और अपनी भावनाओं का आदान-प्रदान करना चाहिए।
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सम्मान और आदर
महात्मा विदुर के अनुसार, एक सफल वैवाहिक जीवन के लिए सबसे जरूरी बात यह है कि पति और पत्नी दोनों एक-दूसरे का सम्मान करें। सम्मान और आदर से ही रिश्ते की नींव मजबूत होती है। यदि एक साथी दूसरे का सम्मान नहीं करता, तो रिश्ते में असंतोष और तनाव उत्पन्न होता है। विदुर का कहना था कि ‘जो लोग एक-दूसरे का सम्मान करते हैं, उनका रिश्ता हमेशा मजबूत और स्थिर रहता है।’
रिश्ते का दुश्मन है अहंकार
अहंकार किसी भी रिश्ते में सबसे बड़ा दुश्मन होता है। महात्मा विदुर ने स्पष्ट रूप से कहा कि जहां अहंकार होता है, वहां रिश्ते टूटने में समय नहीं लगता। यदि दोनों पति-पत्नी में से कोई एक भी अहंकारी है, तो उसे हर छोटी बात पर तकरार और नाराजगी होती है। इससे रिश्ते में दरार आ जाती है। विदुर के अनुसार, अहंकार त्याग देना सबसे अच्छा उपाय है। एक-दूसरे के प्रति समर्पण और विनम्रता दिखाना रिश्ते को सशक्त बनाता है।
कभी बाहर नहीं बताएं घरेलू क्लेश
महात्मा विदुर ने यह भी सलाह दी कि पति-पत्नी को कभी भी घर के विवादों या कष्टों को बाहर के लोगों से साझा नहीं करना चाहिए। जब हम अपनी घरेलू परेशानियों को दूसरों के सामने लाते हैं, तो लोग उस पर हंसी-ठिठोली करते हैं और समाज में हमारा सम्मान कम होता है। इसके अलावा, लोग इन निजी मामलों का मजाक बना सकते हैं, जो रिश्ते को और बिगाड़ सकता है। इसलिए घर की समस्याओं को आपस में सुलझाना और बाहर न बताना ज्यादा उचित होता है।
समझदारी और संयम
विदुर के अनुसार, किसी भी रिश्ते में समझदारी और संयम बहुत जरूरी है। यदि दोनों साथी समझदारी से काम लेते हैं, तो रिश्ते में आए हुए किसी भी छोटे-मोटे विवाद को आसानी से सुलझाया जा सकता है। विदुर नीति के मुताबिक, संयम रखने से बड़े विवाद भी हल हो सकते हैं और रिश्ते की मधुरता बनी रहती है।
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