Diwali Vastu Tips: मंगलवर 29 नवंबर धनतेरस के पर्व से पांच दिवसीय त्योहार दिवाली शुरुआत हो चुकी है। दिवाली के शुभ मौके पर धन की देवी मां लक्ष्मी और ऋद्धि-सिद्धि के स्वामी भगवान गणेश की पूजा के तैयारियों में लोग व्यस्त हैं। इनका स्वागत करने के लिए घर को लाइट, दिया समेत रंग-बिरंगे फूलों से सजाया जा रहा है। प्रायः दिवाली के मौके पर घर के मुख्यद्वार पर पताका, तोरण, बंदनवार लगाने का विशेष महत्व है। आइए जानते हैं, किस प्रकार के बंदनवार से घर पर क्या असर होता है और किसी खास दिशा में किस रंग की सजावट का क्या असर होता है?
बंदनवार लगाने के वास्तु टिप्स
दिवाली के दिन न केवल घरों को दीपों से सजाया जाता है बल्कि मुख्य द्वार और अन्य द्वारों पर बंदनवार और तोरण भी लगाए जाते हैं। बंदनवार लगाने की परंपरा सदियों पुरानी है और इसके पीछे धार्मिक और वास्तु शास्त्रीय महत्व भी जुड़ा हुआ है। बंदनवार को शुभता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसे घर के मुख्य द्वार पर लगाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।माना जाता है कि बंदनवार लगाने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है। आइए जानते हैं, किस प्रकार के बंदनवार से घर पर क्या असर होता है?
अशोक के पत्तों का बंदनवार: अशोक के पत्तों को पवित्र माना जाता है। इनसे बना बंदनवार घर में शांति और सुख लाता है। यह मानसिक तनाव को कम करने और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करता है।
आम के पत्तों का बंदनवार: आम के पत्तों का बंदनवार भी शुभ माना जाता है। यह घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है और नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखता है।
गेंदे और गुलाब के फूल का बंदनवार: गेंदे और गुलाब के फूल को देवी लक्ष्मी का प्रिय फूल माना जाता है। इनसे बना बंदनवार घर में धन-धान्य की वृद्धि करता है और खुशहाली लेकर आता है।
सीप से बने बंदनवार: सीप को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। सीप से बना बंदनवार घर में धन और समृद्धि लाता है। यह घर की घर की नेगेटिविटी भी दूर करता है।
कौड़ी बंदनवार: कौड़ी को भी धन का प्रतीक माना जाता है। कौड़ी का बंदनवार लगाने से घर में धन की वृद्धि होती है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।
ये भी पढ़ें: Chhath Puja 2024: इन 9 चीजों के बिना अधूरी रहती है छठ पूजा, 5वां आइटम है बेहद महत्वपूर्ण!
किस दिशा में करें किस रंग का दिवाली डेकोरेशन
दिवाली के त्योहार को वास्तु शास्त्र के अनुसार, सही दिशा में और सही रंगों का उपयोग करके इस त्योहार को और अधिक शुभ बनाया जा सकता है। आइए जानते हैं, दिशाओं के अनुसार रंगों से दिवाली डेकोरेशन से के फायदे:
- पूर्व दिशा: पूर्व दिशा सूर्योदय की दिशा होती है। इस दिशा में लाल, पीले, नारंगी या सुनहरे रंग के दीपक जलाने से स्वास्थ्य और समृद्धि में वृद्धि होती है। बता दें,
- उत्तर दिशा: उत्तर दिशा को धन की दिशा माना जाता है। इस दिशा में सफेद या चांदी के रंग के दीपक जलाने से धन लाभ होता है।
- दक्षिण दिशा: दक्षिण दिशा यमराज की दिशा मानी जाती है। इस दिशा में लाल या गुलाबी रंग के दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है।
- पश्चिम दिशा: पश्चिम दिशा वरुण देव की दिशा होती है। इस दिशा में नीले या हरे रंग के दीपक जलाने से शांति और मन की स्थिरता मिलती है।
- उत्तर-पूर्व दिशा: इसे ईशान कोण कहते हैं। यह दिशा पूजा घर के लिए सबसे उत्तम मानी जाती है। इस दिशा में घी या तेल दीपक जलाने से देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
इन सबके अलावा मुख्य द्वार पर रंगोली बनाएं और दीपक जलाएं। पूजा घर को अच्छी तरह से सजाएं और दीपक जलाएं। रसोईघर में भी दीपक जलाएं। बच्चों के कमरे में रंगीन दीपक जलाएं। घर में सकारात्मक तस्वीरें लगाएं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, दिवाली के मौके पर पूरे घर में फूलों और आम के पत्तों से निर्मित तोरण को लगाना शुभ माना जाता है।
ये भी पढ़ें: Roop Chaudas 2024: नरक चतुर्दशी पर ‘अभ्यंग स्नान’ के लिए मिलेगा केवल इतना समय, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र की मान्यताओं पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है। News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।