12 Jyotirlinga Temples in India: शिव ही सत्य और शिव ही सुंदर हैं। भगवान शिव को परम सत्य माना जाता है, जो ब्रह्मांड के मूल और कारण हैं। शिव और शक्ति के अदभुत मिलन से सभी का कल्याण होता है। शिव जी को जगतगुरु, जगत पिता भी कहा जाता है। कोई भी व्यक्ति शिव जी को गुरु बना सकता है। ब्रह्मा, विष्णु और महेश त्रिमूर्ति में से एक शिव शंकर हैं। भगवान शिव प्रसिद्ध और पवित्र मंदिरों में 12 ज्योतिर्लिंग हैं। हिन्दू धर्म शास्त्र में 12 ज्योतिर्लिंगों में से हर एक ज्योतिर्लिंग का खास महत्व बताया गया है। ज्योतिर्लिंग शाब्दिक मतलब “ज्योति का लिंग” होता है जो शिव जी के दिव्य ज्योति को दर्शाता है।
12 ज्योतिर्लिंग और 12 राशियों का खास कनेक्शन होता है। राशि अनुसार ज्योतिर्लिंग के दर्शन करना और पूजा करने से व्यक्ति को अधिक फल की प्राप्ति हो सकती है। जीवन में धन-वैभव, सुख-समृद्धि और शांति के लिए मेष से लेकर मीन राशि के लोग ज्योतिर्लिंग का दर्शन कर सकते हैं। आइए जानते हैं राशि अनुसार किस ज्योतिर्लिंग का दर्शन करना लाभकारी हो सकता है?
12 राशि अनुसार 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन
मेष राशि
मेष राशि का संबंध रामेश्वर ज्योतिर्लिंग से है। रामेश्वर ज्योतिर्लिंग का दर्शन और पूजा करना बहुत लाभकारी माना जाता है। ये 12 में से 11वें ज्योतिर्लिंग में से एक है जो तमिलनाडु के रामेश्वरम में स्थित है। यहां भगवान श्री राम ने लंका पर विजय हासिल करने से पहले शिवलिंग की स्थापना की थी। यहां पूजा करने से शक्ति, साहस, सफलता और ऊर्जा प्राप्त होती है।
वृषभ राशि
वृषभ राशि का संबंध सोमनाथ ज्योतिर्लिंग से है। गुजरात में स्थित ये ज्योतिर्लिंग पहले नंबर पर आता है। इसकी स्थापना खुद चंद्रदेव ने की थी। वृषभ राशि के लोगों के लिए सोमनाथ ज्योतिर्लिंग का दर्शन करना और पूजा करना अत्यंत फलदायी रहेगा। इस ज्योतिर्लिंग के दर्शन और पूजा से धन-वैभव, सुख-समृद्धि और मानसिक शांति प्राप्त होता है।
मिथुन राशि
मिथुन राशि का संबंध 10वें नंबर पर आने वाले नागेश्वर ज्योतिर्लिंग से है। इस राशि के लोगों के लिए यहां के दर्शन और पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है। गुजरात के द्वारका के निकट नागेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थित है। ये राहु ग्रह का उच्च स्थान माना जाता है। मान्यता अनुसार नागेश्वेर ज्योतिर्लिंग की पूजा और दर्शन राहु के बुरे प्रकोप को कम किया जा सकता है।
कर्क राशि
कर्क राशि से ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग का संबंध है। मध्य प्रदेश के नर्मदा नदी के तट पर चौथे नंबर का ज्योतिर्लिंग स्थित है। ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में भगवान शिव का ओंकार रूप विराजमान है। इसे बृहस्पति गुरु ग्रह का उच्च स्थान माना जाता है। कर्क राशि के लोगों के लिए यहां दर्शन और पूजा करना पारिवारिक सुख, समृद्धि और मन की शांति की प्राप्ति के लिए जाना जाता है।
सिंह राशि
सिंह राशि के लिए घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग का दर्शन करना बहुत लाभकारी माना जाता है। महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के वेरुल गांव में 12वें नंबर का घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थित है। इसे घुश्मेश्वर के नाम से भी जाना जाता है। यहां दर्शन करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। सूर्य ग्रह का उच्च स्थान माना जाता है।
कन्या राशि
दूसरे ज्योतिर्लिंग के रूप में मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग है जिसका संबंध कन्या राशि से है। आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम में मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग स्थित है और बुध ग्रह का उच्च स्थान माना जाता है। यहां दर्शन करने से व्यक्ति को सफलता हासिल हो सकती है। बुद्धि, नौकरी और कारोबार से जुड़े लाभ हो सकते हैं। बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए भी यहां पूजा करना लाभकारी है।
तुला राशि
तीसरे नंबर पर आने वाले महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का संबंध तुला राशि से है जो मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित है। शनिदेव का उच्च स्थान माना जाता है। तुला राशि के लिए महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करना लाभकारी साबित हो सकता है। पूजा-अर्चना से ज्ञान और न्याय प्राप्त हो सकता है।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के लिए बाबा बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग का दर्शन करना बहुत फलदायी हो सकता है। 9वें नंबर का बाबा वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग झारखंड में स्थित है। पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रोगों से मुक्ति मिल सकती है।
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धनु राशि
धनु राशि के लिए काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग का दर्शन करना शुभ माना जाता है। विश्व के नाथ के रूप में विराजमान विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित हैं। इनके दर्शन और पूजा से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है। इसके अलावा ज्ञान और धर्म की प्राप्ति भी होती है।
मकर राशि
छठवें नंबर भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग आता है जिसे मोटेश्वर महादेव के नाम से भी जाना जाता है। महाराष्ट्र के पुणे जिले में सह्याद्री पर्वत पर स्थित भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करना मकर राशि के लिए लाभकारी माना जाता है। मंगल ग्रह का उच्च स्थान माना जाता है।
कुंभ राशि
कुंभ राशि जातकों के लिए केदारनाथ ज्योतिर्लिंग का दर्शन करना लाभकारी माना जाता है। पांचवें नंबर पर आने वाला केदारनाथ ज्योतिर्लिंग, उत्तराखंड के हिमालय में स्थित है। केदार रूप में शिव जी विराजमान हैं। केदारनाथ के दर्शन से राहु और शनि के बुरे प्रकोप से बचा जा सकता है। जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
मीन राशि
मीन राशि के लिए त्रयम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग का दर्शन करना शुभ है। महामृत्युंजय मंत्र से संबंधित ये ज्योर्तिलिंग 8वें नंबर पर आता है। महाराष्ट्र में स्थित त्रयम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग का संबंध मीन राशि से है। सभी दोष से मुक्ति दिलाने के लिए इस ज्योतिर्लिंग का दर्शन शुभ माना जाता है। शुक्र ग्रह का उच्च स्थान माने जाने वाला त्रयम्बकेश्वर ज्योतिर्लिंग का दर्शन जन्म एवं मरण के चक्र से छुटकारा दिला सकता है। इस ज्योतिर्लिंग से सम्बंधित है।
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी धार्मिक शास्त्र पर आधारित है तथा केवल सूचना के लिए दी जा रही है।News24 इसकी पुष्टि नहीं करता है।