Tired From Life Question and Answer: हम सभी के जीवन में कभी न कभी कोई ऐसी परिस्थिती सामने आ जाती है, जब ये समझना मुश्किल हो जाता है कि करें तो क्या करें? ऐसे में कोई अच्छी सलाह भी काम नहीं आती है क्योंकि कानों को सुकून भरी आवाज और मन को तसल्ली दिलाने वाला कोई चाहिए होता है। जब आप भी अपनी जिंदगी से हार मान लें और फिर कोई रास्त नजर आने पर सिर्फ और सिर्फ आत्महत्या का ख्याल आए तो क्या करें? कैसे अपने आपको जान से मारने के ख्याल को दूर करें, आइए इसका जवाब एक सवाल के साथ जानते हैं।
सवाल: मेरी जिंदगी इस समय दोराहे पर है। समझ नहीं आ रहा, किस राह पर जाऊं। बहुत दुखी हूं, मन कर रहा है अपनी जान दे दूं।
हम लोग गाजियाबाद में एक लोअर मिडल क्लास परिवार से हैं। कुछ महीने पहले पापा की एक्सीडेंट में डेथ हो गई। मेरी दीदी दिल्ली में रहती हैं। उनके हसबैंड की अपनी हार्डवेयर की दुकान है। उनकी शादी तो सात साल हो गए, बच्चे नहीं हुए। पापा की डेथ के बाद मां मुझे और मेरे छोटे दोनों भाइयों को ले कर दिल्ली आ गईं। हमारा खर्च जीजाजी उठाते हैं। दीदी के ससुराल वाले बच्चा ना होने की वजह से उन्हें ताना देते रहते हैं। वो बहुत तनाव में रहती है।
कुछ दिनों पहले दीदी ने मां से कहा कि मेरी शादी जीजाजी से कर दें। वैसे भी मेरी शादी के लिए घर में पैसे तो हैं नहीं। मां अब मुझ पर दबाव डाल रही हैं कि मैं अपने जीजाजी से शादी कर लूं। जीजाजी ने विश्वास दिलाया है कि वो पूरे परिवार का ख्याल रखेंगे। मैं इसके लिए तैयार नहीं हूं। एक तो वो उम्र में बहुत बड़े हैं, दूसरे मेरे भी कुछ सपने हैं। एक बॉय फ्रेंड है, जिसकी अभी कहीं नौकरी नहीं लगी। मैं बहुत भयभीत हूं, समझ नहीं आ रहा कि मां का कहा मानूं या अपने प्रेमी के साथ भाग जाऊं। इस समय मेरी समस्या का समाधान और कोई नहीं कर सकता। कृपया रास्ता दिखाइए।
उत्तर: आपकी समस्या बहुत गहरी है। अकसर परिवारों में इस तरह की स्थितियां आती हैं जब कठिन परिस्थितियों में कोई ऐसा रास्ता चुनना पड़ता है, जहां कोई उम्मीद नजर नहीं आती। आपकी दीदी का यह मानना कि अगर बहन घर में बाहर आ जाएगी तो ससुराल में उसकी स्थिति बेहतर हो जाएगी उनकी जगह सही है।
हालांकि एक पत्नी के रहते हुए दूसरी शादी कानूनन अवैध है। क्या आपकी दीदी अपने पति से तलाक लेंगी? दूसरी बात, आपकी मां चूंकि आर्थिक तौर पर परेशान हैं, आपके बाद दो बच्चों की जिम्मेदारी और है, वो यह सोच रही हैं कि कम से कम आप तो सेटल हो जाएंगी, लेकिन वो दोनों जो सोच रही हैं वो व्यावहारिक नहीं है।
आप सबको माताजी दिल्ली इसलिए ले कर आई होंगी कि सब पढ़-लिख कर अपने पैरों पर खड़े हों। अब उन्हें लग रहा है कि आपकी शादी अगर अपने दामाद से कर देंगी, तो आपकी शादी का खर्च भी बचेगा और दीदी की जिंदगी भी सुधर जाएगी। कई परिवारों में ऐसा होता है, जिम्मेदारी के कोल्हू से बांध दिया जाता है।
आप ठंडे दिल से सोचिए, आपको क्या चाहिए? आप जान रही हैं कि आपका बॉय फ्रेंड बेरोजगार है। पर हमेशा तो नहीं रहेगा। आप जितनी भी पढ़ी-लिखी है, कोई तो काम करने लायक होंगी। बारहवीं पास है तो भी कई काम मिल सकते हैं। माल से ले कर कॉल सेंटर तक में। सबसे पहले तो आप मां को समझाइए कि इस समय आपका नौकरी करना कितना जरूरी है। आप चाहें तो अपने लिए कुछ समय मांग लीजिए। इस तरह निराश हो जाएंगी तो इससे आपका कोई फायदा नहीं होगा। इस समय आपको हिम्मत से काम लेना होगा।
बिना झगड़ा किए दीदी और जीजाजी को समझाना होगा कि आपसे शादी करना कोई सॉल्यूशन नहीं है। बच्चे के लिए वो दोनों गोद ले सकते हैं या दूसरे उपाय अपना सकते हैं। समाज कभी दो पत्नियों को स्वीकार नहीं करेगा। आने वाले समय में तो यह और भी जटिल हो जाएगा। इसके बाद आप अपने ऊपर काम कीजिए। अपना आत्मविश्वास बढ़ाइए।
लॉन्ग डिस्टेंस से ही सही, पढ़ाई जारी रखिए और आर्थिक तौर पर सक्षम होने का प्रयास कीजिए। जब तक पांव के नीचे ठोस जमीन नहीं बनती, शादी करने की मत सोचिए। मां को भी यही समझाइए कि महानगर में सबको काम करना जरूरी है। उनको भी किसी काम में लगाइए। ये समय निराश होने का नहीं, आशावादी होने और जिंदगी की कमान अपने हाथ में लेने का है।