Surajkund Mela 2025: भारत का सबसे बड़ा हस्तशिल्प मेला, सूरजकुंड अंतराष्ट्रीय शिल्प मेला 2025 हर साल फरवरी महीने के आस-पास आयोजित किया होता है। ये हरियाणा जिले के फरीदाबाद में लगाया जाता है। मेले में देश के अलग-अलग कोनों से शिल्पकार और कलाकर आदि मेले में स्टॉल लगाने आते हैं। ये दुनिया का सबसे बड़ा क्राफ्ट मेला है जहां केवल देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी अनेकों मेहमान आते हैं। मेले में आपको भारतीय संस्कृति साथ में देखने को मिलेगी। दूर देश से आए शिल्पकार इस मेले में अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। यहां आपको कपड़ों से लेकर हैंडी क्राफ्ट का सामान, डेकोरेशन की चीजें और कल्चरल डांसिंग एक्टिविटी के साथ हर तरह का स्वादिष्ट खाना खाने को मिलेगा। अगर आप जाने का सोच रहे हैं, तो मेले के बारे में थोड़ी जानकारी हासिल कर लें।
1) 38वां सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला
हर साल सूरजकुंड मेले में लाखों लोग आते हैं मेले को हरियाणा पर्यटन विभाग की तरफ से शिल्पकारों को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। इसके अलावा सूरजकुंड मेले में कई कलाकर भी परफॉर्मेंस करने के लिए आते हैं। ऐसे में आप एक ही छत के नीचे सभी चीजों का आनंद उठा सकते हैं। इस साल 38वां सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला लगने वाला है पहली बार ये साल 1987 में लगाया गया था।
2) कब से शुरू हुआ मेला
जानकारी के लिए बता दें इस साल सूरजकुंड मेला 7 फरवरी से शुरू हो गाया है जो कि 23 जनवरी तक चलेगा। इस समय आप मेले में कभी भी जा सकते हैं। हरियाणा और दिल्ली के बॉर्डर पर होने की वजह से दोनों की जनता यहां बड़ी संख्या में पहुंचती है। वीकेंड पर बहुत ज्यादा भीड़ रहती है।
3) टिकट की कीमत और टाइमिंग
दुसरी तरफ मेले में एंट्री के लिए आपको टिकट लेनी पड़ेगी, साथ ही खुलने और बंद होने की टाइमिंग भी निश्चित है। बता दें इस साल सूरजकुंड मेले में एंट्री टिकट की कीमत आम दिनों में 120 और वीकेंड पर बढ़कर यह 180 तक बढ़ सकती है। टिकट ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से मिलती हैं। ऑफलाइन टिकट आपको मेले के एंट्री पर बने टिकट काउंटर से मिल जाएगी। वीक डेज पर स्टूडेंट्स और वरिष्ठ नागरिकों को टिकट की कीमत में 50 प्रतिशत की छूट भी मिलती है। सूरजकुंड मेले की टाइमिंग सुबह 10 बजे से रात 7 बजे तक होती है।
4) कैसे पहुंच सकते हैं सूरजकुंड मेले तक क्या है इस बार मेले में खास
सूरजकुंड मेले में आप बस, मेट्रो टैक्सी और अपने पर्सनल व्हीकल से भी पहुंच सकते हैं। सूरजकुंड मेले के आस-पास बदरपुर मेट्रो स्टेशन है। मेट्रो से निकलने के बाद आप ऑटो या ई-रिक्शा के जरिए मेले में पहुच सकते हैं। इस बार मेले में ओडिशा और मध्य प्रदेश की थीम बना रही है मेले को खास।
5) क्या है इस बार मेले में खास
मेले में जहां इस बार थीम स्टेट मध्यप्रदेश और ओडिशा हैं। वहीं पार्टनर कंट्री एक देश ना होकर बीमस्टेक (BIMSTEC) देशों का समूह है, जिसमें बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड ने भी चार चांद लगाएं हैं।
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