समोसा भारत का एक प्रमुख स्नैक है, जो हर पार्टी की शान होती है। मेहमानों को भी समोसा परोसा जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स को भी समोसा बहुत ज्यादा पसंद है। 9 महीने बाद सुनीता विलियम्स और बुच विलमेर पृथवी पर लौट चुके हैं। ये दोनों अंतरिक्ष यात्रा पर सिर्फ 8 दिनों के लिए गए थे, लेकिन परिस्थितियां ऐसी बनी की उन्हें अपना सफर इतने दिनों तक बढ़ाना पड़ा। दोनों ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में 288 दिन बिताए। सुनीता विलियम्स पर लिखी गई एक पुस्तक में बताया गया है कि उन्होंने अंतरिक्ष में भी समोसा खाया था। आइए जानते हैं इस स्नैक के इतिहास के बारे में।
सुनीता का फेवरेट स्नैक
दिनेश सी. शर्मा एक जाने-माने पत्रकार और लेखक हैं, जिन्होंने “स्पेस: द इंडियन स्टोरी” नामक एक किताब लिखी थी। इस बुक में सुनीता विलियम्स के बारे में भी बताया गया है कि उन्हें गोलगप्पे और समोसा खाना काफी पसंद है और वे स्पेस में भी इन दोनों फूड्स को खा चुकी हैं। हालांकि, ये दोनों फूड्स ऐसे हैं, जो 3 दिन से ज्यादा ताजा नहीं रखे जा सकते हैं। इसलिए, सुनीता स्पेस में प्री-कुकड समोसा लेकर गई थीं। वहां, उन्होंने इसे वॉर्म करके खाया होगा।
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समोसा क्या है?
समोसा एक कुरकुरा और परतदार स्नैक है जो एक पतली परत और स्वादिष्ट आलू की फिलिंग से भरा होता है। इसे आमतौर पर पुदीना और इमली की चटनी के साथ खाया जाता है। चाय के साथ भी लोग गरमागरम समोसा खाना पसंद करते हैं। यह भारत का प्रमुख स्ट्रीट फूड है, जो हर राज्य में मिलता है। आजकल समोसे की फिलिंग भी बदल गई है। आलू की जगह लोगों को पनीर, नूडल्स और सब्जियों वाली फिलिंग के समोसे भी खाना पसंद है।
भारत कैसे आया समोसा?
समोसे की उत्पत्ति के बारे में कई सवाल उठते हैं, लेकिन हर भारतीय को यह जानना जरूरी है कि समोसा भारतीय नहीं है। समोसे मिस्र से आए हैं और पहले इन्हें समसा कहा जाता था। समोसे का नाम दरअसल मध्य एशिया के पिरामिडों से लिया गया है और दिलचस्प बात यह है कि ये त्रिकोणी आकार के स्नैक्स को पूर्वी इलाकों में बड़े चाव से खाया जाता है। हालांकि, इसके इतिहास के बारे में अब भी कोई सही और विश्वास करने योग्य तथ्य सामने नहीं आया है। समोसे के इतिहास के कई फैक्ट्स मौजूद हैं।
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